इनकी वजह से क्षेत्र क्रमांक11स्थित में बिगड़ रहा भाजपा और कांग्रेस का गणित!वजह जानकर दोनो पार्टियों मे मची खलबली
दमुआ
स्वंवाददाता तकीम अहमद
अंगूरी नागवंशी को महिलाओ का मिल रहा भरपूर समर्थन
बागी प्रत्याशी बिगाड़ रहे गणित क्या भाजपा और कांग्रेस में बगावत करने वाले प्रत्याशियों को टिकट न देकर गलती की
कांग्रेस में वंशवाद और परिवारवाद की राजनीति कहीं करना दे बंटाधार
सभी दल भी बागी प्रत्याशियों से परेशान
जुन्नारदेव.. दमुआ
आगामी जनपद पंचायत चुनाव में क्षेत्र क्रमांक 11 को लेकर लगातार कांग्रेस और भाजपा दोनों की उलझन बढ़ती नजर आ रही है। जहां पर कांग्रेस द्वारा वंशवाद और परिवारवाद की नीति को अपनाकर एक बार फिर कांग्रेस के नेता के रिश्तेदार को टिकट थमा कर पार्टी के कर्मठ और जुझारू कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया गया है जिससे बागी प्रत्याशी मैदान में उतर गए हैं और यह बागी प्रत्याशी इतने लोकप्रिय नजर आ रहे हैं कि एकतरफा पटखनी देते नजर आ रहे हैं वही कांग्रेस द्वारा बागी प्रत्याशियों को दरकिनार कर कहीं बड़ी गलती तो नहीं कर दी गई है?
अब यह सोचने का समय हाथ से निकल गया है जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा है वैसे वैसे प्रचार-प्रसार भी तेज हो रहे हैं और पूर्वानुमान भी तेजी से लगाए जा रहे हैं। जिसमें क्षेत्र क्रमांक 11 सबसे बहुचर्चित क्षेत्र बना हुआ है। जहां पर कांग्रेस और भाजपा के अतिरिक्त दोनों के बागी प्रत्याशी भी मैदान में उतरकर अपनी ही पार्टी को समेटने में लगे हैं।
तो वहीं अब यह कहना गलत नहीं होगा कि दोनों पार्टियों ने समय रहते बागी प्रत्याशियों को मनाने की कोशिश नहीं किया या मना नहीं पाए तो फिलहाल भाजपा का भी यही हाल है।
भाजपा का एक बागी प्रत्याशी भाजपा का गणित बिगाड़ सकता है यह बात भी खुलकर सामने आ रही ह। फिलहाल भाजपा के लिए क्षेत्र क्रमांक 11 काफी अहमियत रखता है। जिस प्रकार भाजपा दो चरणों के मतदान में पिछड़ी है जिससे स्पष्ट होता दिख रहा है कि छिंदवाड़ा जिले में भाजपा की छवि थोड़ी अच्छी नहीं लग रही है। वही जुन्नारदेव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को खासी उम्मीद है जिसमें क्षेत्र क्रमांक 11 में भाजपा जीत के साथ अपना परचम लहराना चाहेगी किंतु बागी प्रत्याशी भाजपा का गणित भी बिगाड़ रहे हैं।
अब देखना यह है कि आगामी 8 जुलाई को संपन्न होने वाले मतदान में कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही समर्थित प्रत्याशी क्या क्षेत्र क्रमांक 11 में जीत का परचम लहराएंगे या फिर दोनों ही पार्टियों ने इस क्षेत्र में अपना उम्मीदवार चुनने में कोई चुक हुई है यह भी पता चल जाएगा। फिलहाल क्षेत्र क्रमांक 11 में वर्चस्व की लड़ाई जारी है जिसमें प्रचार प्रसार में भी तेजी आई है।
अंगूरी नागवंशी को मिल रहा भारी समर्थन
चर्चा यह भी है –
अंगूरी नागवंशी के द्वारा किये गए काम के नाम पर मांग रहे हैं वोट क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों से ऐसी खबर मिली है एक राजनीतिक दल के नेता क्षेत्र में अंगूरी के कामों को दिखाकर एवं यह भ्रम फैलाकर कि अंगूरी ने तो हमारा समर्थन कर दिया है मतदाताओं से वोट मांगने का असफल प्रयास कर रहे हैं। परंतु क्षेत्र की जागरूक जनता किसी भी प्रकार से गुमराह नहीं हो सकती है एवं जिस प्रकार से निर्दलीय प्रत्याशियों को समर्थन मिल रहा है उस प्रकार से तो ऐसा लगता है कि राजनीतिक दलों को अब विचार करना ही होगा कि परिवारवाद के चलते कहीं पार्टी अपने गढ़ क्षेत्र में से भी विलुप्त ना हो जाए!