NTPC हादसे में मारे गए लोगो के परिवार को ऊर्जा मंत्री ने किया 20-20 लाख के मुआवजे का ऐलान पीड़ितों से मिले राहुल गाँधी ।
रिपोर्टर.
एनटीपीसी के बॉयलर में बुधवार को हुए विस्फोट की वजह से 26 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 200 से ज्यादा लोग घायल हैं। ऊर्जा मंत्रालय और पीएम मोदी की तरफ से आर्थिक मदद का ऐलान हो चुका है।
ऊर्जी मंत्री आरके सिंह ने ऐलान किया कि जान गंवाने वालों के परिवार को 20-20 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।
वहीं गंभीर रुप से जख्मी लोगों को 10 लाख रुपए दिए जाएंगे और कम चोट वालों को दो लाख रुपए दिए जाएंगे।
इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को पीएम मोदी ने दो-दो लाख रुपए के मुआवजे देने का ऐलान पहले ही कर दिया था,
उनकी ओर से घायलों को पचास-पचास हजार की मदद दी जाएगी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी घायलों और मरने वालों के परिवार से मिलने रायबरेली पहुंचे थे। उन्होंने हॉस्पिटल जाकर लोगों से मुलाकात की थी।
इससे पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और रायबरेली जिले की सांसद सोनिया गांधी ने एनटीपीसी में हुए हादसे पर गहरा दुख जताया था।
उन्होंने कहा है कि वे पीड़ित परिवार के दुख में साथ हैं और उनके हर दुख में मदद के लिए तत्पर रहेंगी!
इससे पहले सोनिया गांधी के निर्देश पर उनके निजी सचिव धीरज श्रीवास्तव वरिष्ठ कांग्रेसियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
सोनिया के निजी सचिव ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल लिया था।
पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करने का सोनिया गांधी ने भरोसा दिया है।
दूसरी ओर घटना में हुई मौतों पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जाहिर किया है।
सोनिया ने संवेदना संदेश में कहा है कि वे स्वयं आना चाहती थी, लेकिन अस्वस्थ होने के कारण आपके बीच नहीं पहुंच पा रही हूं।
उधर, कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार सुबह नौ बजे एनटीपीसी ऊंचाहार या फिर घायलों और मृतकों के परिवारीजनों से मिलने पहुंचे हैं।
राहुल गांधी के आगमन को लेकर कांग्रेसी सक्रिय हो गए हैं।
गौरतलब है कि रायबरेली के ऊंचाहार स्थित नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) के प्लांट में बुधवार दोपहर 3.40 बजे बड़ा हादसा हुआ था।
500 मेगावाट की यूनिट नंबर 6 की बॉयलर स्टीम पाइप धमाके के साथ फट गई।
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने हादसे में 18 मौतों की पुष्टि की। वहीं 100 से ज्यादा झुलस गए।