कैसे बन पाएगा छिंदवाड़ा मॉडल,आजादी के 75साल बाद भी यहां नही है कोई सड़क का प्रावधान!
छिंदवाड़ा
रिपोर्टर
गौरव पटेल
एक अहम सवाल, कैसे बन पाएगा छिंदवाड़ा मॉडल ?
आज प्रदेश में जहां नई नई तकनीकियों के चलते 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली ट्रेन चल रही है तो वही दूसरी और प्रदेश के ऐसे कई गांव भी है जो आज भी सड़क विहीन हैं जहां पर गाड़ी तो क्या पैदल चलना भी बड़ी मुश्किल का काम है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गृह जिला छिंदवाड़ा के हर्रई जनपद का गाँव जहां पर ऐसी तस्वीर देखने को मिली जो विकास के नाम के सभी दावों को झूठा साबित करती है।
आजादी के 75 साल बाद भी यहाँ कोई सडक नहीं
300 ग्रामीण एक हैंडपंप के सहारे।इस क्षेत्र मै
सड़क ना होने के कारण स्कूली बच्चे शिक्षा को मोहताज है। तो दूसरी तरफ यहां सड़क ना होने के कारण किसी मरीज के
बीमार होने पर गांव से 6 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर मरीज को चारपाई में लेकर जाना पडता हैं अस्पताल।
और तो और
सड़क एवं सुविधाओं के ना होने के चलते प्रसव होने के पहले ही कई माताओं की कोख उजड़ गई।
अमरवाड़ा विधानसभा के हर्रई जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भीमलगढा गांव जहां के ग्रामीणों ने आजादी के बाद भी दो पीढ़ी से गांव में अभी तक सड़क नहीं देखी।लोगों को इंतजार है इस क्षेत्र मै अच्छी सड़क का निर्माण हो ।
साभार
राजेश कुमार नेमा,
गौरव पटेल