सावधान पूरे इलाकों में चारो ओर फैला है सायबर चोरों का कथित जाल

पूर्णिया
रिपोर्टर

डी आलम

पूर्णिया सहित पूरे सीमांचल में फैला है साइबर अपराधियों का जाल…एक के बाद एक तीसरा गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे…जारी है साइबर अपराधियों के विरुद्ध पूर्णिया पुलिस की कार्रवाई…पढ़ें पूरी खबर और रहे सावधान

पूर्णिया:-07 मई पूर्णिया जिले के अमौर थाना अंतर्गत साइबर ठगी गैंग के तीन (03) अन्य अपराधकर्मियों को किया गया गिरफ्तार।
संगठित गिरोह बनाकर करता था बैंक खाते से अवैध निकासी।

गिरफ्तारी:-
(1) रोशन जमीर पिता-मो0 जियाउद्दीन साकिन- विष्णुपुर थाना-अमौर जिला-पूर्णिया।
(2)मो0 इफतखार आलम पिता-समीरूद्दीन साकिन- रसैली थाना-अमौर जिला-पूर्णिया।
(3) राशिद आलम पिता मंजूर आलम साकिन-मैत्रा थाना-अमौर जिला-पूर्णिया।
बरामदगी:-(1) लैपटॉप-01
(2) आधार नंबर लिखा हुआ पेज
(3) मोबाइल-03
(4) रबड़ का बना हुआ फिंगरप्रिंट-205(आधार नंबर लिखा हुआ)
(5) एक पिट्ठू बैग -01
(6) लैपटॉप चार्जर -01
(7)कीबोर्ड-01
(8) माउस-01
(9)टूथब्रश-02
(10) एक ब्लू रंग का मारकर कलम-01
(11) फिंगरप्रिंट का स्कैनर करने वाला प्लास्टिक-01

गौर तलब है कि
लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध को देखते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय,पूर्णिया के द्वारा सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/ थानाध्यक्ष एवं ओ0पी0 प्रभारी को साइबर ठगों के विरुद्ध कार्रवाई करने हेतु सख्त दिशा निर्देश दिया गया है.इसी कड़ी में आज दिनांक- 07.05.23 को जिले के अमौर थाना अंतर्गत सूचना मिली कि बिशनपुर चौक पर एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान पर कुछ लोगों के द्वारा कई दिनों से लैपटॉप पर फर्जी तरीके से दूसरे व्यक्ति का केवाला डाउनलोड कर फिंगरप्रिंट बनाकर अवैध तरीके से पैसा का निकासी का काम कर रहे हैं।

उक्त सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बायसी श्री आदित्य कुमार के नेतृत्व में थानाध्यक्ष अमौर पु अ नि राजीव कुमार आजाद,अपर थानाध्यक्ष अमौर पु अ नि राम अयोध्या राम,पु अ नि रंजीत कुमार,प्र0पु अ नि कमल कुमार, शिशुपाल कुमार,कार्यपालक सहायक मुनीलाल कुमार एवं थाना सशस्त्र बल के सिपाही खुशबू कुमारी, देवराज कुमार रॉय,सुबोध कुमार एवं अन्य पुलिसकर्मी के सहयोग से उक्त स्थान पर छापेमारी की गई.छापेमारी के क्रम में उक्त पुलिस टीम जैसे ही बिशनपुर चौक पहुंचे तो देखा कि एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान से सात-आठ लोग इधर-उधर भाग रहे हैं।

मौजूद सशस्त्र बल के द्वारा पीछा करते हुए उक्त तीनों व्यक्ति को पकड़ा गया बाकी शेष व्यक्ति अंधेरा का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।.पूछताछ के क्रम में उनके द्वारा बताया गया कि उन लोगों का एक संगठित गिरोह है जिस गिरोह में कई सदस्य कार्य करते हैं।वह लोग दूसरे राज्य का केवाला डाउनलोड करके उससे लोगों का आधार नंबर एवं फिंगरप्रिंट प्राप्त कर फर्जी तरीके से रबर के सीट पर डुप्लीकेट फिंगरप्रिंट तैयार कर AEPS (Aadhar Enabled Payment System ) के माध्यम से खाते से अवैध तरीके से पैसा के निकासी करते हैं।

उल्लेखनीय है कि पूछताछ के क्रम में उन लोगों के द्वारा बताया गया कि वह लोग झारखंड स्थित जामताड़ा में जाकर साइबर अपराध करने का ट्रेनिंग लिए हुए हैं.वहां से ट्रेनिंग लेने के पश्चात वह लोग यहां आकर संगठित रूप से यहाँ के कुछ अन्य लोगों को ट्रेनिंग देकर तैयार करते हैं, इस प्रकार वे लोग संगठित होकर साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम देते हैं.इस प्रकार के संगठित साइबर अपराध को अंजाम देने वाले अपराध कर्मियों के विरुद्ध पूर्णिया पुलिस की लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।

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