वकील साहब जी शहाबुद्दीन की जमानत तो रद्द करवा दी , बाद अब बचे है कुछ बड़े बड़े अपराधी क्या उन्हें भी सजा दिलवा पाएंगे?
रिपोर्टर,
शहाबुद्दीन की जमानत कैंसिल करवाने के लिए मशहूर और सरकारी वकील प्रशांत भूषण को बधाई!
जिस तरह उन्होंने स्वतः संज्ञान लेकर स्वयंसेवा करते हुए शहाबुद्दीन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जाकर यह फैसला लिया वह तारीफे काबिल है।
अब वे कल-परसों में शायद स्वामी असीमानंद को जमानत मिल जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में इसी तरह ही उपस्थित होंगे ,,फिर गुजरात दंगे का सबसे बर्बर चेहरा, बाबू बजरंगी, माया कोडनानी, वंजारा वगैरह की जमानत या रिहाई को सुप्रीम कोर्ट से रद्द करवाएंगे ?
फिर लक्ष्मणपुर बाथे, बथानी टोला, सुंदूर जैसी जगहों पर सैकड़ों दलितों के कत्लेआम मचाने वालों के हाईकोर्टों से रिहा कर दिए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा लड़ने जाएंगे?
ऐसे लगता है क़ि शायद वे नीतीश कुमार की सरकार के उस फैसले के खिलाफ भी सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे, जिसके तहत नीतीश सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही दलितों का कत्लेआम मचाने वाली रणवीर सेना पर बने अमीरदास जांच आयोग को रद्द कर दिया था !
वे बहुत इंसाफपसंद वकील हैं! वे कम से कम इन तमाम मामलों में जरूर ही दो-तीन दिनों के अंदर सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे और यक़ीनन क्या सबको सजा दिलवा पाएंगे?