लड़कियों के लिए ताज्जुब ही क्या ओ तो बे मिसाल है ,पुलिस इंस्पेक्टर शीना खान ? जाने क्या ख़ास बात है !
ठान लिया तो बन गयी पुलिस इंस्पेक्टर!
शीना खान की सफलता लडकियों के लिए प्रेरणा!
सीतामऊ जैसी छोटी जगह से शीना खान का पुलिस सब इंस्पेक्टर बनना ग्रामीण क्षेत्र की कई लड़कियों को प्रेरणा दे सकता है ।
जी हाँ हम बात कर रहे है ग्रामीण परिवेश और परम्परागत मुस्लिम परिवार में पली बढ़ी कु. शीना खान की ।
जिसने बचपन में ही ठान लिया था कि पुलिस इंस्पेक्टर बनाना है और बन गयी !
आमतौर पर ग्रामीण परिवेश में लडकियों को सिर्फ अक्षर ज्ञान तक ही सिमित रखा जाता है उस पर यदि महिलाओं पर धर्म ,जाती और परम्पराओं की आड़ में कई लडकियों को उड़ने से पहले ही शादी की तलवार से पंख काट दिए जाते हो परिस्थितियो में देश भक्ति और समाज के लिए कुछ करने के जज्बे को दफन करना पड़ता है।
परन्तु शीना खान के पिता असलम खान जो कि विद्युत वितरण कंपनी में आपरेटर है तथा माता श्रीमती अनीसा खान ने बेटी के मकसद को कामयाब बनाने में सभी बन्धनों ,विरोधो को नजरंदाज करते हुए बेटी के पुलिस इंस्पेक्टर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी !
शीना ने बताया कि लक्ष्य हासिल करने के लिए उसने बारह बारह घंटे पढाई की , फिजिकल टेस्ट के लिए खूब कसरत और रंनिंग की तब जाकर सफलता हाथ लगी।
उसका कहना है क़ि यह मेरे लिए देश भक्ति और महिआओ पर हो रहे अत्याचारों की रोकथाम का एक बहुत बढ़िया अवसर है!
जिसे में अपने कर्तव्यो के माध्यम से पूर्ण करुँगी ? वैसे शीना की शिक्षा दीक्षा मंदसौर और सीतामऊ दोनों जगह हुयी है ।
शीना ने बीसीए अस्सी प्रतिशत अंको के साथ पास किया था । शीना की सफलता से सीतामऊ क्षेत्र में खुशी की लहर व्याप्त है।
कई इष्ट मित्रो ,परिजनों ने बधाईयाँ दी और उज्ज्वल भविष्य की कामंनाये की है । ऐसे में मीडिया डीटेक्शन , वर्ल्ड मीडीया डीटेक्शन,मीडिया ओपरेशन, क्राइम फाइटर, राष्ट्रीयवादी समाचार ,और फाइन टाउन, प्रेस परिवार उन्हें तहे दिल से मुबारकबाद पेश करता है।