मध्य प्रदेश विधान सभा की जंग में टिकटो की दावेदारी को लेकर BJP के दिग्गज नेताओं ,रीरिश्तेदार और बेटे बेटी की उम्मीदे क्यो हुई बर्बाद ?

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रिपोर्टर.
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी शुरू हो गई है।
टिकटों की मारा मारी के बीच भाजपा के आला नेताओं के सामने वंशवाद की चुनौती खड़ी हो गई है।
इस बार टिकट की कतार में कईं दिग्गज नेताओं के बेटे और रिश्तेदार शामिल हो गए है।

खासतौर से उम्र दराज नेताओं की बेटे बेटी और रिश्तेदार टिकट की दावेदारी ज्यादा जता रहे हैं।
करीब दो दर्जन बेटा बेटी औऱ रिश्तेदार टिकट मांग रहे हैं।
इसी बीच पार्टी अध्यक्ष शाह ने बयान ने नेताओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।

शाह ने वंशवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है।
शाह ने कहा है कि विस चुनाव में टिकट बंटवारे में परिवारवाद नहीं चलेगा !
दरअसल, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह  दो दिवसीय मध्यप्रदेश दौर पर है।

वे होशंगाबाद में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने  चुनाव में अपने बेटे बेटियों के लिए टिकट मांग रहे।

नेताओं को लेकर दो टूक कहा कि विस चुनाव में टिकट बंटवारे में परिवारवाद नहीं चलेगा !
भाजपा काम करने वाले कार्यकर्ताओं की पार्टी है।
भाजपा चाय पिलाकर निस्वार्थ सेवा करने वाले नरेंद्र मोदी और पार्टी के लिए पर्दा, पोस्टर लगाने वाले मुझ जैसे छोटे जमीनी कार्यकर्ता की मेहनत समझती है, पार्टी किसी एक नेता की नहीं हर कार्यकर्ता उसका मालिक है।

शाह के इस बयान के बाद प्रदेश के दर्जनों नेताओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया।
जो इस बार अपने बेटे-बेटी या फिर रिश्तेदार को चुनाव में उतारने की सोच रहे थे!

भाजपा सरकार में मंत्री और 22 सांसद या तो खुद के लिए या फिर बेटा-बेटी के लिए टिकट का दावा कर चुके हैं।

भाई भतीजाबाद की रणनीति कर रहे टिकट की मांग इंदौर सांसद सुमित्रा महाजन के बेटे मंदार के लिए, राज्यसभा सांसद प्रभात झा के बेटे तुष्मुल के लिए,ग्वालियर सांसद नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र उर्फ रामू के लिए !

सतना सांसद गणेश सिंह भाई उमेश प्रताप सिंह ,सागर सांसद लक्ष्मीनारायण यादव के बेटे सुधीर के लिए।
दमोह सांसद प्रह्लाद सिंह पटेल अपने भाई जालम सिंह, कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश के लिए।

गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक,जयंत मलैया के पुत्र सिद्धार्थ, मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य, गौरीशंकर शेजवार के बेटे मुदित शेजवार, माया सिंह के बेटे पीतांबर के लिए,
रुस्तम सिंह के बेटे राकेश के लिए, गौरीशंकर बिसेन की बेटी मसौम, नरोत्तम मिश्रा के पुत्र सुकर्ण मिश्रा आदि नेताओं के बेटे दावेदारी में शामिल बताए जाते हैं!

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