भारतीय संविधान का नब्बे प्रतिशत भाग इस्लामी कानूनों पर आधारित है.
एस .के .अब्दुलसलाम ,
भारतीय संवविधान का नब्बे प्रतिशत हिस्सा इस्लामी कानून पर आधारित है,
यह उसकी सत्यता का प्रमाण है, कि उसका एक-एक नियम इंसानी फितरत और उसके मिज़ाज के अनुकूल है़. यही कारण है कि आज के समाजवादियों और सैकुलरिस्टों ने अपने परम्परागत और सांस्कृतिक तौर तरीकोें को त्याग कर मानवता की बुनियाद पर जो नियम अपनाये उन्हों ने स्रोत के बतौर चाहे इस्लाम को समाने न रखा हो, परन्तु यह आश्चर्य जनक है कि वह इस्लामी शिक्षा से हैरत अंगेज तौर पर मेल खाते गये, धर्मनिर्पेक्षता, समाजवाद, राष्ट्रीय एकता, मानवाधिकार न्याय पाने का अधिकार, एंव न्याय व्यवस्था, प्रशासन व्यवस्था, सामाजिक व्यवस्था, हमारे महान भारत की वह कौन-सी व्यवस्था है जिस से बेहतर कोई अन्य व्यवस्था लाई जा सकती है उक्त प्रकार की सभी सामाजिक व्यवस्थाएं इस्लामी हैं। क्या आप जानते हैं कि यह सारी व्यवस्था उस इस्लामी व्यवस्था और इस्लाम धर्म से ली गई हैे !