नोट बंदी की मार से पूरा देश पैसे के लिए तरस रहा है किंतु अपनी जीत की चाह में किस किस तरह से पैसे बर्बाद कर रही है बीजेपी? जानिए क्या कुछ खास.

रिपोर्टर,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के बाद पूरा देश पैसों के लिए तरस रहा है।
लोग पाई-पाई के लिए बैंक के सामने लगने को मजबूर हो रहे हैं। नोटबंदी के बाद जहां पूरा देश कई समस्याओं से जूझ रहा है वहीं बीजेपी यूपी चुनाव जीतने के लिए पानी की तरह पैसा बहा रही है?
बीजेपी को सत्ता का इतना मोह है कि नोटबंदी के बाद लगभग 115 से भी ज़्यादा लोगों की मौत का उसे कोई अफसोस नहीं है ?
वह बस जीत दर्ज करना चाहती है। एक तरफ लोगों को कैश की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है, वहीं नोटबंदी से कालेधन और भ्रष्टाचार को खत्म करने का राग अलापने वाली बीजेपी करोड़ों रुपए सिर्फ प्रचार के नाम पर खर्च कर रही है!
एक तरफ आम जनता के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है, बाजार में मंदी का दौर वापस लौट रहा है।चारो ओर उद्योग धंधे ठप पड़ गए हैं! लेकिन बीजेपी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।
भाजपा ने गोरखपुर के बाद आगरा में खरीदीं 265 बाइकें, आखिर कहां से आ रहा पैसा?
बीजेपी ने पहले चुनाव प्रचार के लिए सैकड़ों बाइकें खरीदी, अब उसी तादाद में सैकड़ों प्रचार वैन की खरीदारी कर ली है।
यह प्रचार वैन विधानसभाओं में घूमेगा। बीजेपी सरकार की उपलब्धियां गिनाएगा, पीएम मोदी के मन की बात सुनाएगा। बनारस में भी ऐसे 465 प्रचार वैन की खेप पहुंच गई है?
सूत्र बताते है क़ि नोटबंदी से पहले भाजपा ने देशभर में खरीदी करोड़ों की जमीन!
सूत्रों के अनुसार बनारस में 465 प्राचर वाहनों की खेप पहुंची है। एक वाहन की कीमत करीब 10 लाख रुपये है। इस तरह अगर जोड़ा जाए तो इन सभी 465 वैन की कीमत 46 करोड़, 50 लाख रुपये आती है। अब सवाल ये कि नोटबंदी के दौर में इतनी बड़ी रकम कहां से आई?
बीजेपी के भरोसेमंद सूत्र बताते हैं हर विधानसभा चार-चार प्रचार वैन घूमे ?