नाव हादसे से मचा कोहराम ज़िम्मेदार कौन ?
रिपोर्टर.
यमुना नदी में यात्रियों से खचाखच भरी नाव पलट गई जिसमें 20,लोगो की मौत, दर्जनों लापता, 50 से ज्यादा लोग थे सवार ! लोगों में मची अफरातफरी।
यूपी के बागपत से तकरीबन 6 किमी दूर काठा गांव के पास यमुना नदी में नाव के पलट जाने से अभी तक 20 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है।
जबकि दर्जनों लोग अभी लापता हैं जिनकी गोताखोरों के द्वारा तलाश की जा रही है।
बताया जा रहा है कि नाव में 50 से ज्यादा यात्री सवार थे।
राहत व बचाव कार्य जारी है। मौके पर डीएम-एसपी पहुंच चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बागपत में हुए नाव हादसे पर गहरा शोक जताया है।
डीएम को लोगों की हर संभव मदद कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने नाव हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान भी किया है।
घटना से गांव काठा में कोहराम मचा हुआ है जबकि प्रशासन की निष्क्रियता से नाराज लोगों ने दिल्ली सहारनपुर हाइवे को जाम कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार बागपत के काठा गांव निवासी अनेक महिला और पुरुष हर रोज नाव द्वारा यमुना पार करके मजदूरी और खेती किसानी के लिए हरियाणा जाते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने बागपत में हुई नाव दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और हादसे की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिलाधिकारी को मृतकों के परिजनों को हर संभव राहत दिलाने के निर्देश दिए और मुआवदे का ऐलान किया।
जिले में इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों की लेटलतीफी बरकरार रहा।
हादसे के कई घंटे बाद मौके पर पहुंचे डीएम और प्रभारी एसपी को लोगों ने घेर लिया।
लोगों का कहना था कि घटना के करीब तीन घंटे बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे जबकि जिला मुख्यालय बागपत से काठा गांव की दूरी बमुश्किल 6 किमी है।
प्रशासन द्वारा राहत व बचाव कार्य की कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाने से भी लोग काफी नाराज दिखाई दिए।
हादसे के दौरान नाव में सवार काठा गांव की नीरज पत्नी कल्लू ने जिला अस्पताल में आपबीती सुनाते हुए बताया कि प्रतिदिन की तरह वह गांव के अन्य लोगों के साथ नाव में सवार होकर हरियाणा के लिए निकली थी।
बताया कि ज्यादा पैसे कमाने के लालच से नाविक ने अन्य यात्रियों को बैठाने के लिए 5 बार नाव को बीच यमुना से किनारे पर लाया।
नाव में एक के बाद एक 50 से 60 यात्री खचाखच भर दिए गए।
जैसे ही नाव बीच रास्ते में पहुंची तो डगमगाने के बाद अचानक पलट गई।
नाव में सवार लोगों में चीख पुकार मच गई। सभी बचाओ बचाओ चिल्लाने लगे मगर बचाने वाला कोई नजर नहीं आ रहा था !
बाद में कुछ ग्रामीणों व गोताखोरों ने किसी तरह उन्हें निकाला ।
बताया कि यदि नाविक चंद रुपयों का लालच न लेकर नाव में बैठे कुछ यात्रियों को ही हरियाणा के लिए लेकर जाता तो शायद इतना बड़ा हादसा नहीं होता?
गुरुवार की सुबह भी तकरीबन 6:30 बजे 60 के करीब महिला और पुरुष यमुना पार करके हरियाणा जाने के लिए नाव में सवार हुए थे।
कि थोड़ी दूर चलने के बाद ही अचानक नाव डगमगाकर यमुना में पलट गई।
बताया जाता है कि नाव में सवार लगभग 20 लोग तो तैरकर बाहर निकल आए जबकि अन्य यमुना नदी में ही समा गए।
घटना की सूचना पाकर ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंचे और लोगों की खोजबीन शुरू कर दी गई।
अभी तक 9 शवों को निकाला जा चुका है जबकि कई दर्जन लोग अभी भी लापता हैं जिनकी यमुना में तलाश की जा रही है!
उधर घटना के कई घंटे बाद भी जब अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे तो गुस्साये लोगों ने दिल्ली सहारनपुर हाईवे जाम कर दिया।
फिलहाल यमुना नदी में गोताखोर ग्रामीण खोजबीन कर रहे हैं !