दसवीं के वह दो स्टूडेंट्स ,एक ओर सोशल मीडिया का बुखार तो दूसरी ओर कैसे भारी पड़ा सेल्फी का जुनून ? जाने !

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रिपोर्टर.

दिन बदिन बढ़ती हुई सोशल मीडिया की चाहत तो दूसरी ओर सेल्फी खींच ने का जुनून इस मे भी कुछ नया करने की चाहत में 10वीं के दो छात्रों ने ट्रेन को ही आग लगा दी।

खुलासा 13 दिन पहले जले सुशासन एक्सप्रेस आग मामले की जांच से हुआ है।

आरपीएफ ने इस मामले में दो छात्रों को हिरासत में लेकर साफ किया कि जलती हुई ट्रेन के साथ फेसबुक पर सेल्फी पोस्ट करने के लिए दोनों ने ताज साइडिंग में खड़ी सुशासन एक्सप्रेस के कोच में आग लगाई थी !

सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर की गई छानबीन के बाद दोनों को पकड़ा गया तो उन्होंने खुद सब कुबूल लिया।

घटना के बाद घर पहुंचकर उन्होंने घटना की जानकारी परिजन को भी दी।
गुरुवार को दोनों को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया है।
जानकारी झांसी मंडल के सीनियर कमांडेंट आशीष मिश्रा, असिस्टेंट कमांडेंट जीएस मीणा ने दी और बताया कि आरा मिल में रहने वाले स्टूडेंट्स के खिलाफ धारा 436 और 151 के तहत रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज किया गया है।

अारपीएफ स्टाफ ने बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात 2 बजे यार्ड में घूमते 3 युवकों को पकड़ा।
जब आरपीएफ स्टाफ ने उनसे ट्रैक पर घूमने का कारण पूछा तो वे गोल मोल जवाब देने लगे।

इस पर स्टाफ उन्हें पोस्ट पर ले आया। तीनों युवकों की तलाशी में कोई भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है।

17 अगस्त : नाै दिन पहले ताज पिट लाइन के सामने स्थित आरा मिल तिराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज आरपीएफ ने निकलवाए।
इनमें 4 अगस्त की शाम 5.02 बजे दो छात्र ताज साइडिंग की तरफ जाते दिखाई दिए।

आग लगने के बाद 6.20 बजे दोनों को लौटते हुए भी देखा गया।
फुटेज से दोनों लड़कों के फोटो बनवाए गए।
इन्हें लेकर आरपीएफ स्टाफ के जवानों ने सादा कपड़ों में आरा मिल, कांच मिल और हजीरा इलाके में 9 दिन तलाशा।
दोनों के नाम और पते मिले तो गुरुवार को आरा मिल स्थित घरों से उन्हें गिरफ्तार किया गया।

आरपीएफ को दोनों लड़कों की फेसबुक पर ट्रैक और कोचों के फोटो मिले हैं। जिन्हें आरपीएफ ने सेव कर लिया है।

4 अगस्त:ताज साइडिंग में खड़ी सुशासन एक्सप्रेस के पास शाम को दोनों लड़के पहुंचे और काेच व ट्रैक पर पड़े अखबार, पॉलिथीन, चप्पल आदि को कोच में अंदर रखकर उसमेंं आग लगा दी।
दोनों जलती ट्रेन के साथ सेल्फी लेना चाहते थे।
मंशा थी कि हल्की आग के बीच सेल्फी ले लें।
लेकिन आग भड़क उठी और पूरा कोच उसकी चपेट में आ गया।

घबराकर दोनों छात्र मौके से भाग गए। शाम को बिरला नगर से ग्वालियर आ रही मालगाड़ी के गार्ड एसके राय को कोच में आग की लपटें उठती दिखाई दीं।
उन्होंने सूचना अधिकारियों को दी और मौके पर फायर ब्रिगेड ने पहुंचकर आग पर काबू पाया।

रेलवे को आग से 55 लाख रुपए का नुकसान हुआ।
इस तरह की हरकतें करने वाले पर्सनालिटी डिस आर्डर के शिकार हो सकते हैं।

ऐसे लोगों में कुछ अलग करने की सोच होती है। कई बार दोस्तों के साथ मिलकर भी ये लोग ऐसे काम करते हैं।
यदि बच्चा लगातार तेज गाड़ी चलाए, ऊंचाई से कूदने की कोशिश करे, सामान उठाकर भागे तो उसे मनोविशेषज्ञ को दिखाना चाहिए।

 

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