जान लेवा हमला कर पत्रकार को ज़मीन में जिन्दा गाड़ने की कोशिश्? क्या है लफड़ा देखिये इस खास रिपोर्ट में ।
रिपोर्टर.
आजमगढ़ इलाका थाना निज़ाम के अंतर्गत के ग्राम बघौरा निवासी बालगोविन्द यादव पुत्र हरिपत यादव ने जनसंदेश के पत्रकार मोहम्मद आरिफ उर्फ़ मुन्ना पर किया जानलेवा हमला!
गौरतलब है कि दिनांक 16 फरवरी 2017 को शाम को अपने कार्यालय से पत्रकार आरिफ अपने घर जा रहे थे
इसी दौरान ग्राम सुराई से किसी महिला ने अपनी ज़मीन पर कुछ दबंगों द्वारा कब्जा किये जाने की सुचना आरिफ को दी और मदद की गुहार लगाईं!
सुचना मिलने के उपरान्त आरिफ मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा क़ि किसी महिला की जमीन पर कुछ लोग मिट्टी डाल रहे हैं।
पत्रकार आरिफ ने मौके की वीडियो जैसे ही बनाना शुरू किया तब तक दबंग बालगोविन्द पहुँच गया और पीछे से आरिफ के सर पर ईंट से ज़ोर दार हमला कर दिया,
उसके बाद घायल आरिफ को गोबिंद अपने साथियों के साथ खींच कर जेसीबी के नीचे दबाकर कुचलने के लिए ले जा रहा था?
राहगीरों और ग्रामीणों के इकठ्ठा होने के कारण आरिफ की जान तो बच गयी लेकिन अपराधी अभी भी आरिफ को जान से मारने और पत्रकारिता खत्म करने की धमकी दे रहे है?
जिससे पत्रकार आरिफ की जान का खतरा अभी भी बरकरार है।
घायल पत्रकार का आजमगढ़ सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नही हुई है?
पत्रकारों के हितों के लिए कार्य कर रही संस्था पत्रकार अधिकार सुरक्षा परिषद ने इस घटना की निंदा करते हुए पत्रकार अधिकार सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के डी सिद्दीकी ने कहा है कि पुलिस ने अगर अपराधी को गिरफ्तार नही किया और पत्रकार आरिफ को सुरक्षा नही दिया तो संस्था सड़क पर उतर कर आजमगढ़ से दिल्ली तक विरोध प्रदर्शन करेगी?