जानिए जंग ए आज़ादी में कितने मुस्लिमो ने देश की खातिर अपनी जान की कुर्बानी दी !
रिपोर्टर.
जंगे आज़ादी का इतिहास आज लोग भूल गए है।
या फिर एक तरफा फिरका परास्त सियासी मज़हबी हुकुमते महज़ मज़हब को निशाना बनाकर उसे नाहक भुलाने की कोशिश कर रही है।
इतिहास गवाह है ,लोग जान सके कि कितने मुसलमानों ने जंग -ए-आझादी में अपनी जान की कुरबानी दीं।
यह वह हस्तीया है, जिन्हें दुनिया भुला चुकी हैं, मीडिया तो दरकिनार मुसलमान भी भुल गया, फिर गैर का क्या कहना, वह तो अपने लोगों का डंका पीटेंगे।
कुछ लोग है इतिहास को मिटानेवाले, अपने लोगों को इतिहास में दिलचस्पी ही नहीं, वरना हर चौराहे पर अपने पुतले होते।
अंग्रेजो के खिलाफ उठने वाली पहिली आवाज नवाब सिराजुद्दुल्ला।
शेर ए म्हैसूर टिपु सुल्तान शहीद , हजरत शाह वलीयुल्लाह मुहद्दीस देहलवी , हजरत शाह अब्दुल अजीज मुहद्दीस देहलवी।
हजरत सय्यद अहमदशहीद ,हजरत मौलाना विलायत अली सादीक पुरी , अबु जाफर सिराजुद्दीन मुहम्मद बहादुर शाह जाफर , अल्लामा फज्ल -ए-हक खैराबादी,शहजादा फिरोज शहा, मौलवी मुहम्मद बाकर शहीद, बेगम हजरत महल मौलाना अहमदुल्लाह शाह, नवाब खान बहादुर , अजीजन बै, शाह अब्दुल कादीर लुधियानवी , हजरत हाजी इमदादुल्लाह मुहाजीर-ए-मक्की।
हजरत मौलाना मुहम्मद कासीम नानोतवी, हजरत मौलाना रहमतुल्लाह कैरनवी, शेख-उल-हिंद हजरत मौलाना महमूद-उल-हसन , हजरत मौलाना उबैदुल्लाह सिंधी , हजरत मौलाना रशीद अहमद गंगोही, हजरत मौलाना अन्वर शाह काश्मीरी, मौलाना बरकतुल्लाह भोपाली , हजरत मौलाना मुफ्ती किफायतुल्लाह ।
सेहबान -उल-हिंद मौलाना अहमद सईद देहलवी।
हजरत मौलाना सईद हुसैन अहमद मदनी,
सैय्यीदुल अहरार मौलाना मुहम्मद अली जौहर ।
मौलाना हसरत मोहानी, मौलाना अरीफ हिसवी, मौलाना अबुल कलाम ,रईस-उल अहरर मौलाना हबीबुर्रहमान लुधियानवी , डाॅ. सैफुद्दीन कुचलु अमरीतसारी, मसीह-उल-मुल्क हकीम अजमल खान , मौलाना मझहरूल हक, मौलाना जफर अली खान , अल्लामा इनायत उल्लाह खान मशरीकी, डाॅ. मुख्तार अहमद अन्सारी, जनरल शाहनवाज खान , हजरत मौलाना सय्यद मुहम्मद मियान, मौलाना मुहम्मद हिफजुर्रहमान शौहरवी, हजरत मौलाना अब्दुल बरी फरंगीमहली।
खान अब्दुल गफ्फार खान , मुफ्ती अतिकुर्रहमान उस्मानी , डाॅ. सय्यद महमूद ,खान अब्दुल समद खान , रफी अहमद किदवई , युसूफ मेहर अली,अशफकुल्लाह खान , बॅरीस्टर असिफ अली , हजरत मौलाना अताउल्लाह शाह बुखारी ।
मौलाना खलील -उर-रहमान लुधियानवी और
अब्दुल कय्युम अन्सारी।
इन तमाम हस्तीयों के अलावा और भी लाखों मुसलमानों ने जंग -ए-आझादी में अपना खुन बहाया हैं!
यह आप का हक है कि यह जानकारी सारे भारतवासी में, बल्कि पुरी दुनिया में फैला दी जाये !