मुस्लिम नौजवानों के पासपोर्ट क्यों रद्द करने की फिराक में है बीजेपी ?

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रिपोर्टर,

भारत सरकार और खुफिया एजेंसियों ने देश के करीब एक हजार से ज्यादा नौजवानों का पासपोर्ट रद्द करने की तैयारी कर ली है।

ये फैसला ISIS के मंसूबों को खत्म करने के लिए लिया गया है।

उन नौजवानों का पासपोर्ट रद्द करने की तैयारी है जिनके खिलाफ पक्के सबूत मिल चुके हैं कि वो संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हैं ,

और ISIS में शामिल होने के लिए देश छोड़कर जा सकते हैं।

हिंदुस्तान को इस वक्त सबसे बड़ा खतरा है दुनिया के सबसे क्रूर आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से।

ISIS भारत में पैर पसारने की पूरी कोशिश कर रहा है। इस बात के निशान भी मिल चुके हैं कि ISIS नौजवानों को किस कदर भड़का रहा है।

लेकिन अब भारत सरकार और खुफिया एजेंसियों ने ISIS को झटका देने की तैयारी कर ली है।.

आईएसआईएस के प्रति भारत के युवाओं के बढ़ते आकर्षण से केंद्र सरकार बहुत चिंतित है, और इनसे निबटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिये हैं।

सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार अगले कुछ दिनों में एक हजार से ज्यादा युवाओं के पासपोर्ट रद्द करेगी जिनके बारे में शक है कि वो आईएएआईएस के बहकावे में आकर उनकी टीम में शामिल होने जा सकते हैं।

इसके अलावा लगभग एक हजार युवकों के पासपोर्ट को निगरानी में रख दिया है।

जिनके बारे में सरकार को अंदेशा है कि वो रैडिकल तत्वों के संपर्क में हैं, जो हजार नौजवान खुफिया एजेंसियों के रेडार में आए हैं।

इनमें से ज्यादातर जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, केरल और महाराष्ट्र के हैं।

ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि ताकि ये नौजवान ISIS के बहकावे में आकर भारत छोड़कर ना जा सकें।

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