कोई गरीब अगर चाइनीस सामान चंद कीमत में खरीदे तो देश द्रोही वही अमीर करोडो के सामान खरीदे तो देशभक्त खुद फैसला कीजिये क्या सही क्या गलत ?
रिपोर्टर.
इस चेतावनी ने मुझे असमंजस में डाल दिया चाईना का सामान ले या न लें बताएं ! चेतावनी ! चेतावनी चेतावनी !
आप अगर गरीब भारतीय हो तो आप के सिर पर देशद्रोह का कलंक मंडरा रहा है क्योंकि 1- 15 रुपये वाली झालर से दिवाली रोशन करना देशद्रोह है, अरबों डाॅलर की LED सरकार द्वारा चाइनीज राॅ मटेरियल से 50 रुपये में असेंबल करा के 85 रुपये में बेचना देशभक्ति है!
गरीब द्वारा दो रुपये का चाइनीज दीपक खरीदना देशद्रोह है।
जबकि सरदार पटेल की 3000 करोड़ की मूर्ति उसी चीन से बनवाना देशभक्ति है !
चायनीज कागज से बने 5 रुपये के फूल खरीद कर गरीब को अपनी दिवाली खुशनुमा बनाना देश द्रोह है, जबकि चीन द्वारा भारत में एक लाख करोड़ के स्मार्ट सिटी, रेलवे प्रोजेक्ट पर काम करना देश भक्ति है!
वहीं
गरीब का बच्चा यदि दो रुपये वाले चाइनीज पेन से लिखता है तो देशद्रोह है।
जबकि आनन्द महिन्द्रा, नितिन महिंद्रा, अनिल अंबानी, मुकेश अंबानी, अजीम प्रेम जी, रतन टाटा, और न जाने कितने उद्योगपतियों द्वारा चीन में अपनी फैक्टरी लगाना, वहाँ से हजारों करोड़ के प्रोडक्ट आयात करना देश भक्ति है!
गाँव के गरीब द्वारा सस्ती सोलर लालटेन से अपने बच्चे पढ़ाना देशद्रोह है , जबकि सरकार प्रायोजित सौर ऊर्जा योजनाओं में हजारों करोड़ के सोलर उपकरण आयात करना और उनका उपयोग करना देश भक्ति है?
तो भाइयो, यदि चीन से सामान खरीदो तो हजारों करोड़ का खरीदना।
अगर दस-पाँच रुपये का सामान खरीदा तो आप देशद्रोही कहलाओगे? अब स्वयं निर्णय ले क्या सही है और क्या गलत ?