करणी सेना राष्ट्रीय महामंत्री पहुंचे श्रीराम जन्मभूमि की माटी लेकर यहां तक
तकीम अहमद ज़िला ब्यूरो
परासिया
श्री राम जन्मभूमि भूमि की माटी लेकर करणी सेना राष्ट्रीय महामंत्री पहुंचे परासिया
सुरेश सिंह सोनगरा ने भेंट की अयोध्या की राम रज समाज सेवी रिंकू रितेश चौरसिया को।
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय महासचिव तथा श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना दहेज विरोधी इकाई मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश सिंह सोनगरा आज श्री राम जन्मभूमि अयोध्या से लाई गई चरण रज (माटी) को लेकर छिंदवाड़ा जिले के सक्रिय समाजसेवी रिंकू चौरसिया के निवास पर पहुंचे।
समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया संग स्थानीय निवासियों द्वारा राष्ट्रीय महासचिव सुरेश सिंह सोनगरा का भव्य स्वागत किया गया। आपको बता दे 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम जी के मंदिर का भव्य शुभारंभ हुआ था। श्री राष्ट्रीय करणी सेवा के राष्ट्रीय महासचिव सुरेश सिंह सोनगरा ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रण लिया कि वह अयोध्या जी की माटी को देश के 51000 राम भक्त परिवारों में पूजा हेतु निःशुल्क वितरण करेंगे। जिसके लिए अयोध्या में वही की माटी से माटी के कलशो को बनवाया गया और कलशो में अयोध्या जी की माटी को भरकर देश भर में जाकर के सुरेश सिंह सोनगरा द्वारा यह माटी दी जा रही है।
समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया के द्वारा संचालित जागते रहो ग्रुप खून का रिश्ता ग्रुप में सुरेश सिंह सोनगरा काफी बरसों से जुड़े हुए हैं और वे निरंतर समाज सेवी रिंकू रितेश चौरसिया के द्वारा किए जा रहे मानव सेवा, गौ सेवा, बेटी बचाओ एवं पर्यावरण संरक्षण राष्ट् हित समाज हित कार्यों से अत्यधिक प्रभावित है। परासिया पहुंचे श्री राष्ट्रीय करणी सेवा के राष्ट्रीय महासचिव सुरेश सिंह सोनगरा ने समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया की आज दिल खोलकर तारीफ की तथा उनके सामाजिक कार्यों की अत्यधिक प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एक छोटी सी जगह रहते हुए आज जिस तरह के काम रिंकू रितेश चौरसिया समाज के लिए कर रहे है।
वह वास्तव में तारीफ के काबिल है। इनके द्वारा मानव समाज के साथ-साथ पशु पक्षी व अन्य जीव जंतुओं की सेवा के लिए भी ये हमेशा तत्पर रहते हैं। ईनसे प्रभावित होकर मैं आज खुद चलकर इनसे मिलने आया हूं। सुरेश सिंह सोनगरा अपने नाम के आगे राष्ट्रपुत्र लिखते हैं। क्योंकि उनका कहना है कि राष्ट्रपुत्र वह होता है जिसमें सभी समाज समा जाएं और सारी समाज में वह समा जाएं। वही राष्ट्रपुत्र कहलाता है। आज परासिया में इनके द्वारा एक बहुत ही अच्छा संदेश दिया गया।