अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव का घमासान, भारत के लिए कौन रहेगा बेहतर ?

th1

रिपोर्टर,

आज 8 नवंबर 2016 है। 8 नवंबर का यह दिन अमेरिका के इतिहास में इलेक्शन डे के रूप में जाना जाता है।

हर 4 वर्षों के बाद अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव किया जाता है। यहां पर  डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन नामक दो दलो के बीच हमेशा ही राष्ट्रपति पद को लेकर प्रमुख भिड़ंत होती रही है।

इस दफा भी चित्र कुछ ऐसा ही उभर कर आ रहा है,जब डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हिलेरी उम्मीदवार है तो वहीं दूसरी ओर रिपब्लिकन पार्टी की ओर से डोनाल्ड ट्रंप प्रमुख उम्मीदवार है ।

विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में से एक अमेरिका में राष्ट्रपति पद के निर्वाचन मतदाताओं के द्वारा अप्रत्यक्ष रुप से किया जाता है ।

अर्थात मतदाता एक निर्वाचक मंडल का चुनाव करते हैं जो राष्ट्रपति का चुनाव में अपना मत देता है।

अमेरिकी कांग्रेस में भी दो सदन होते हैं प्रतिनिधि सदन में 438 और सीनेट में 100 सदस्य हैं जिनकी संख्या मिलाकर 538 हो जाती है यही सदस्य राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं।

270 वोट हासिल करने वाला उम्मीदवार अमेरिका का राष्ट्रपति बन जाता हैं!

अमेरिका में राष्ट्रपति पद का चुनाव आज 8 नवंबर को होना है क्योंकि भारतीय समयानुसार यह समय आज शाम 5:30 बजे से प्रारंभ हो जाएगा?

मतदान कार्यक्रम 9 नवंबर को सुबह 6:00 बजे तक लगातार जारी रहेगा और उसके तुरंत बाद ही मतों की गिनती प्रारंभ होकर लगभग 40 मिनट के भीतर ही नए राष्ट्रपति के नाम का ऐलान हो जाएगा?

अमेरिका में आज 8 नवंबर को होने जा रहा यह राष्ट्रपति का चुनाव ना सिर्फ अमेरिका अपितु भारत सहित विश्व की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

डोनाल्ड ट्रंप या हिलेरी इनमें से भारत के लिए अधिक बेहतर कौन हो सकता है?

इसको लेकर विशेषज्ञों में हमेशा ही मतभेद रहा है यह ऐसा पहला अवसर है कि जब भारतीय दृष्टिकोण से दोनों को ही भारत विरोधी नहीं माना जा रहा है।

इसका प्रथम उदाहरण यह है कि इस बार भारत में चलने वाले नारे और जुमलों का असर अमेरिका में भी देखने को मिल रहा है।

अमेरिका में निवासरत लगभग 30 लाख से ज्यादा वोट वाला भारतवंशियों का यह समूह अब प्रभावशाली समुदाय के रूप में गिना जा रहा है।

अमेरिका में यह समूह शिक्षित और मालदार समूह में माना जाता है। यही कारण है क़ि ट्रंप और हिलेरी ने भारत के विरुद्ध एक भी शब्द नहीं कहा है ।

यह अजीब तथ्य है क़ि डोनाल्ड ट्रंप मुस्लिम विरोध के कारण कुछ भारतवंशिओं को अत्यधिक रास आ रहे हैं,।

तो वहीं दूसरी ओर उनके लिए महिलाओ के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण होने के कारण उनकी आलोचना भी हो रही है।

वहीं दूसरी ओर हिलेरी क्लिंटन को राष्ट्रपति की पूर्व पत्नी होने का लाभ भी मिल रहा है इससे पहले वह अमेरिका की प्रथम महिला और वर्तमान में विदेश मंत्री भी रही है ।

उन से लगातार 16 वर्षों से ओबामा और क्लिंटन की नीतियों की निरंतरता को आगे बढ़ाएंगे कुल मिला कर ट्रंप और हिलेरी दोनों ही से भारत को विशेष आशा है।

और भारत के दृष्टिकोण से किसी का भी जीत कर आना कहीं से भी नुकसानपरक नहीं माना जा रहा है।

 

SHARE THIS

RELATED ARTICLES

LEAVE COMMENT