अब नही चलेगी किसी की मनमानी,किसी भी जुलूस में लगेगी डीजे पर रोक,गाने भी वही बजेंगे जिसे सुनकर इजाजत देंगे थानेदार?

पटना

संवाददाता
डी आलम

किसी भी जुलूस में डीजे पर रोक, गाने भी वही बजेंगे जिन्हें पहले सुनकर इजाजत देंगे थानेदार

(Patna)-किसी भी प्रकार के जुलूस में डीजे बजाने पर कानूनी कार्रवाई हाेगी। जुलूस में डीजे बजाने पर प्रतिबंध लगाते हुए एसएसपी ने इस बाबत निर्देश जारी किया है। इतना ही नहीं, जुलूस में बजने वाले गानों पर भी पुलिस की नजर रहेगी। धार्मिक, जातीय भावनाओं को भड़काने वाले या अश्लील गाने बजेंगे तो आयोजकों पर कार्रवाई हाेगी।

जुलूस में बजने वाले गानों को पहले थानेदार सुनेंगे।

थानेदार यह तय करेंगे कि इससे किसी की भावना आहत तो नहीं हो रही है? थानेदार को अगर गाने पर आपत्ति होगी तो उसे प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। इसके अलावा शहर में विधि व्यवस्था नियंत्रित रहे और आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगे, इसको लेकर एसएसपी ने पटना के थानेदारों को कई निर्देश जारी किए हैं।

हत्या, लूट, डकैती की पहली घटना का अनुसंधान खुद करेंगे थानेदार

हर महीने अपने थाना क्षेत्र में होने वाली पहली हत्या, लूट, डकैती जैसी वारदात के अनुसंधानकर्ता स्वयं थानेदार बनेंगे। इसके अलावा थानेदारों को अपने क्षेत्र के अंतरजिला अपराधियों की सूची बनाने को कहा गया है। ऐसे अपराधियों पर नजर रखने को कहा गया है। ऐसे अपराधी अगर पटना के बाहर भी अपराध करते हैं तो संबंधित थानेदार से जवाब तलब किया जाएगा। बैकों की सुरक्षा को लेकर भी कई निर्देश दिए गए हैं। थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि वे महीने में दो बार बैंकों में लगे सुरक्षा उपकरणों और संसाधनों की जांच करेंगे। वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को समय-समय पर ब्रीफ भी करेंगे। वैज्ञानिक साक्ष्यों के संकलन पर भी एसएसपी ने जोर दिया है।

कुख्यात के विरुद्ध हर हफ्ते छापेमारी करेंगे एसपी

वैसे अपराध जो प्रतिवेदन-2 निकलने के बाद भी फरार हैं उनकी थानावार सूची तैयार की जा रही है। ऐसे अपराधियों के विरुद्ध हर हफ्ते विशेष छापेमारी अभियान चलेगा जिसका नेतृत्व संबंधित एएसपी और एसपी करेंगे। दो साल के भीतर हुए वैसे कांड जिसका उद्भेदन नहीं हुआ है, उनकी सूची बनाकर फरार अपराधियों की गिरफ्तारी होगी।

जेल में बंद अपराधियों से मिलने वालों की बनेगी सूची, होगा सत्यापन

थानेदार अपराधियों को गिरफ्तार कर न सिर्फ जेल भेजेंगे, बल्कि उनपर नजर भी रखेंगे। उनसे मिलने कौन-कौन जेल पहुंच रहा है, इसकी सूची जेल अधिकारियों से लेंगे। साथ ही मिलने वालों का सत्यापन भी किया जाएगा। वहीं गंभीर कांडों के अपराधकर्मी अगर जेल से छूटते हैं तो 24 घंटे के अंदर चक्रा एप पर अपडेट करना होगा। साथ ही जिस थाना क्षेत्र के अपराधी होंगे वहां के थानेदार उस पर नजर भी रखेंगे। सभी थानेदारों से अपने अपने थाना क्षेत्र के पांच कुख्यात अपराधकर्मियाें की सूची मांगी गई है और उनपर निगरानी रखने को भी कहा गया है।

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