इस पत्रकार के साथ ऐसे ही 10 साल पहले भी रचाया था शड्यंत्र ,वडाला दादर बिजली बोर्ड द्वारा बिजली दर में हो रही मनमानी !

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रिपोर्टर:-

लोक डाउन के बे मियादी दिनों में भी दादर बिजली बोर्ड को किसी भी उपभोक्ता की परवाह नही?
यूँ तो पूरी दुनिया कोरोना महामारी की दहशत से खौफ़ज़दा है।

इस खतरनाक वायरस के कारण हमारे देश मे भी चारो तरफ दहशत और हाहाकार मचा है।
महाराष्ट्र में खास कर मुम्बई में कोरोना महामारी के बढ़ते मामले चल रहे है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारे इस से निजात पाने में जीतोड़ संघर्ष कर रही है।
सभी को मालूम है कि महामारी के संकट से जंग शुरू है गत 24 मार्च20 20 से 21 दिनों तक लॉक डाउन का एलान किया गया गया है।
ऐसे में मुम्बई में हर कोई परिवार अपने अपने मकानो मे कैद है।

कोई भी गुजारा, रोज़गार करने को घर से बाहर निकल ही नही सकता।
घर बैठे ही भूखो मरने का वक्त आगया।
कोई किसी के घर पैसे से लेकर अनाज पानी ,और जरुरति खानपान की सब वस्तुएं खत्म हो चुकी है।
हर कोई अपनी फिक्र में उलझा पड़ा है।
ऐसे में दादर वडाला बिजली बोर्ड ने तो पहले की तरह ही इस बार भी हद कर डाली।
हम् बात कर रहे है मुम्बई के वर्ली इलाके के DR A B रोड पर स्थित पूनम चेम्बर्स के पीछे बसे जुग्गी
इलाका मार्कण्डेश्वर नगर के रहिवासी पत्रकार एवं वोला कार ड्रायवर हबीबुर्रहमान शेख की।
सूत्रों के मुताबिक इस इलाके में बीते 25 वर्षों से रह रहे पत्रकार एवम वोला ड्रायवर हबीबुर्रहमान शेख के परिजन की समस्या गंभीर चल रही है।
बताया जाता है कि इनके

मकान नम्बर (130.(D.).A ) के गत फरवरी माह 2020 के बिजली बिल ग्राहक क्र.454..481..229*1 ₹.1780. चार्जेस किये गए थे।
जिसे समय रहते पेड़ किया गये है।
परन्तु मार्च से 9 अप्रैल 2020
के बिजली बिल.में यकबयक बढ़ोतरी कर ₹2900.00 .आंके गए है।
सनद रहे कि देश मे चारो तरफ करोना जैसी जानलेवा
महामारी की दहशत और बे मियादी लॉक डाउन से सभी के खतरे की घण्टी बज गई है।
ऐसे में हर किसी के काम काज पे ताला लग गया है।
सब के सब घर बैठे हैरान, परेशानओ बेहाल है ।
हमारा सवाल है कि यहा वडाला दादर बिजली बोर्ड को ऐसे हालात में भी इतनी किस बात की समस्या चल रही है?

एक पीड़ित शख्स वोला कार चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है।
लॉक डाउन के चलते उसका ही नही बल्कि सबके कारोबार बंद है।
ऐसे में दादर वडाला बिजली बोर्ड ने पहले महीने के बिजली दर को नज़रअंदाज़ कर इस माह के बिजली बिल दर में सीधे 1200 रुपये का मनमाना ईजाफा किया है ।
जोकि ₹. 2900.00 का मनमाना बिल भेज दिया गया है ।

एक ओर पत्रकार हबीबुर्रहमान के परिजनों के खाने के लाले पड़ गए है।
ऐसे हालात में भी दादर वडाला बिजली बोर्ड एक गरीब पर बे बुनियाद बिजली बिल क्योंकर थोप कर उसे परेशान कर रहा है?
बताते है कि उक्त बिजली बोर्ड द्वारा ऐसा ही मामला पीड़ित के साथ बीते 10/ 12 साल पहले भी घटित हुआ है।
बताते है कि पिछले समय उनके मकान के बिजली बिल-₹ 26 से 35 हज़ार तक बढ़ोत्तरी कर पीड़ित को बेहाल किया जा चुका है।

यूँ तो बीते 12 साल पूर्व से लेकर आज तक तथा सिर्रे से 3 ,चार महीने बाद बिजली बिल में अचानक इज़ाफ़ा करने और परेशान करने का छड़यँत्र सील सिले वार अनेको बार चलता आ रहा है।
एक गरीब शख्स वोला कार चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है।
लॉक डाउन के कारण वोला कार का कारोबार बन्द पड़ा है।

ये बात उक्त बिजली बोर्ड को क्या पता नही है?
दादर वडाला बिजली बोर्ड द्वारा पत्रकार शेख हबीबुर्रहमान के मकान के बिजली बिल में हर हमेशा अनदेखी कर हजारो रुपये बिजली बिल वसूल ने की फिराक में क्यो
है?

कोरोना जैसी महामारी और लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए दादर वडाला बिजली बोर्ड को चाहिए कि
जिस तरह से बिजली बिल भरणा में अंधाधुंध इज़ाफ़ा किया गया है ।
बिजली का इस्तेमाल उतना नही होता ठीक
उस में मनमानी बढ़ोत्तरी कर कई गुना बिजली बिल थोपा गया है , सब से पहले तो उसे रदद् किया जाए।

कोरोना महामारी की संकट की घड़ी और लॉक डाउन के मद्देनजर अगले तीन माह तक बिजली बिल न भरने की उन्हें और दीगर हर कस्टमर्स को राहत (छूट) दी जाय।
मीडिया डीटेक्शन न्यूज़ टीम के माध्यम से महाराष्ट्र के लाडले चहेते मुख्यमंत्री मा.उद्धव जी ठाकरे , उप मुख्य मंत्री समेत बेस्ट अध्यक्ष ,और बिजली आपूर्ति राज्य मंत्री जी से हमारी अपील है कि पीड़ित पत्रकार हबुबुर्रहमन शेख की इस बिबता पर गौर करे और इस मामले की
संज्ञा ले कर उचित हल निकाले ।

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