मोदी राज में भोपाल के एम्स अस्पताल का ऐसा हाल है कि गरीब किसान ग्रामीणों के साथ बर्दाश्त से भी बाहर हो रहा है घोर अन्याय
एम्स भोपाल मोदी जी के राज में 24 जुलाई 2023 तक इंतजार करना अब ठीक नहीं उपचार के लिए परीक्षण करने के लिए 7 महीने का इंतजार गंभीर गरीब किसान ग्रामीणों के साथ घोर अन्याय कैसे बर्दाश्त करें गरीब के लिए कोई आवाज उठाने वाला शायद भोपाल मध्य प्रदेश में नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग को तेजी से बदलाव लाना चाहिए बड़ी संख्या में कर्मचारी अधिकारी अच्छे डॉक्टरों की कमी नहीं है।फिर परियों के साथ सोतेला पक्षपात। गंभीर मरीज गरीबों के साथ फिर यह अत्याचार बार-बार जगह जगह पर कहीं भी लाइन लगवाना उनके साथ ही अन्याय करना सुरक्षाकर्मियों के साथ गंभीर मरीजों के परिजनों को बाहर का रास्ता दिखाना,उन्हे भगाना, रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में घोर अन्याय अपराध पक्षपात देरी से आना, कर्मचारी लोग उपस्थित रहते नहीं हैं। जिसके वजह से 75 परसेंट अच्छे योग लगन से कार्य करने वाले के साथ अन्याय करवाने जैसी स्थिति उत्पन्न करने वाले पर तत्काल कार्रवाई हो।
इलाज के लिए लंबा इंतजार करवाना स्वास्थ्य विभाग के लिए बिल्कुल ठीक नहीं माना जाता है।
गरीब जनता के साथ ही ऐसा अपराधि कर रहा है कि डॉक्टर मरीजों को बहुत अच्छा ट्रीटमेंट दे रहे हैं फिर 75 परसेंट लगन से कार्य करने वाले समय 4:00 बजे तक उपस्थित रहते हैं। फिर बाकी लोगों के साथ कार्यवाही क्यों नहीं? इन्हें कौन मदद कर रहा है उन पर तत्काल कार्रवाई होना चाहिए और विधिवत तरीके से समय अनुसार मरीजों का ठीक समय पर उपचार क्यों नहीं दिया जा रहा है।
एम्स में अब जांच करवाने के लिए डेट समय लेने के लिए दूसरे दिन सुरक्षा कर्मचारी लोग बलवा रहे हैं गरीब जनता को भड़का रहे हैं वह का रहे हैं और नियम विरुद्ध कार्य करने वाले को रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में बिठा रखा है इनके मुखिया पर तत्काल अविलंब कार्रवाई होना चाहिए 5 दिसंबर 2022 समय 2:45 एम्स हॉस्पिटल दिन सोमवार घोर लापरवाही बरती गई है 2:00 बजे तक कि डॉक्टर उपस्थित रहते हैं सीनियर। उसके बाद में कागजों पर ही चल रहा है एम्स हॉस्पिटल।
देश के महत्वपूर्ण कंपनी से अभिलंब सार्वजनिक इमानदार अधिकारियों से पारदर्शिता के साथ जांच का गंभीर विषय है इसे अविलंब जांच प्रोसीजर में लिया जाए और दोषियों पर तत्काल उचित कठोर कार्रवाई की मांग चाहता है।भोपाल मध्य प्रदेश देश हित में कार्यवाही हो किसी के साथ भी अन्याय नहीं होना चाहिए।
एम्स में मक्कारी करने वाले पुराने जमे जकड़े दिमाग लगे लोगों को जड़ से उखाड़ने की आवश्यकता है इन्हीं की वजह से स्वास्थ्य विभाग एम्स की छवि खराब हो रही है।
यह देश का विश्वास है इसे खराब नहीं होने देंगे। एमपी प्रेस क्लब इसके लिए हमेशा तत्पर रहेगा राष्ट्रहित में कार्य करने के लिए। वरिष्ठ समाज सेवक की मांग है कि अन्य अपराध और मरीजों के साथ पक्षपात करने वाले पर जिन्होंने भी अनदेखी की है उस पर तत्काल कार्रवाई होना चाहिए।
जिसके लिए सरकार बहुत अच्छी व्यवस्था बनाने में सहयोग दे रही है। देश की जनता से करोड़ों रुपए का टैक्स लेकर इन कर्मचारियों को तनखा दी जाती है। फिर गंभीर मरीजों के साथ पक्षपात, अनदेखी और कड़ाके की सर्दी में सुबह 4:00 से लाइन लगने वालों के साथ अन्याय कर दूसरे दिन जांच के लिए बुलवाना सुरक्षाकर्मी कर्मचारियों को जिम्मेदारी देकर जिम्मेदार लोग अपनी सीट पर नहीं बैठ रहे हैं और जांच लेने के लिए सुरक्षा कर्मचारियों से प्राप्त करना होता है। मरीजों के परिजनों को जो ठीक से व्यवहार भी नहीं करते हैं इनको पाल रखा है।
एम्स के लापरवाह लोगों ने उन्हें तत्काल यहां से हटाया जाए ऐसी मांग करता है मध्यप्रदेश और गंभीर मरीज एवं उनके परिजनों की यह सलाह है।