मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य मंत्रिमंडल में नव नियुक्त मंत्रियों के आवंटन की घोषणा की देखिए किस मंत्री को क्या दी गई सौगात

महाराष्ट्र के नवनियुक्त मुख्य मंत्री श्री एकनाथ शिंदे के अनुसार

मुख्यमंत्री के पास सामान्य प्रशासन, शहरी विकास, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, सूचना एवं जनसंपर्क, लोक निर्माण (सार्वजनिक परियोजनाएं), परिवहन, विपणन, सामाजिक न्याय एवं विशेष सहायता, राहत एवं पुनर्वास, आपदा प्रबंधन, मृदा एवं जल संरक्षण, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन, अल्पसंख्यक और औकाफ का मंत्रालय रहेगा।

साथ ही उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास गृह, वित्त और योजना, कानून और न्याय, जल संसाधन और लाभ क्षेत्र विकास, आवास, ऊर्जा, के विभाग रहेगा।

अन्य 18 मंत्रियों के खाते इस प्रकार हैं:

1 – राधाकृष्णा विखे-पाटिल –
राजस्व, पशुपालन और डेयरी विकास,

2 – सुधीर मुनगंटीवार-
वन, सांस्कृतिक गतिविधियाँ और मत्स्य पालन,

3 – चंद्रकांत दादा पाटिल-
उच्च और तकनीकी शिक्षा, कपड़ा उद्योग और संसदीय कार्य दिया गया है।
4 – डॉ विजयकुमार गावित- के पास आदिवासी विकास, विभाग दिया गया।
5 – गिरीश महाजन को ग्राम विकास एवं पंचायती राज, चिकित्सा शिक्षा, खेलकूद एवं युवा कल्याण की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।

6 – गुलाबराव पाटिल- को जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग से नवाजा गया है।

7 – दादा भूसे बंदरगाह और खदान… वि भाग को संभालेंगे।

8 – संजय राठौर को खाद्य एवं औषधि प्रशासन, से नवाजा गया है।

9 – सुरेश खाड़े- लेबर मंत्रालय, संभालेंगे।

10 – संदीपन भुमरे- रोजगार गारंटी योजना और बागवानी, संभालने की जिम्मेवारी दी गई है।
इसी तरह
11 – उदय सामंत- के लिए उद्योग का खाता सौंप दिया गया है।

12 – तानाजी सावंत- को सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, दिया गया है।

13 – रवींद्र चव्हाण – लोक निर्माण (सार्वजनिक उद्यमों को छोड़कर), खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण, का कारोबार संभालेंगे।

14 – अब्दुल सत्तार – सिर्फ कृषि, का विभाग दिया गया है।

15 – दीपक केसरकर- को- स्कूली शिक्षा और मराठी भाषा, का विभाग सौंप दी है।

16 – अतुल सावे- सहकारिता, अन्य पिछड़ा वर्ग और बहुजन कल्याण, विभाग दिया।

17 – शंभूराज देसाई- राज्य उत्पाद शुल्क,
जबकि
18 – मंगल प्रभात लोढ़ा- को – पर्यटन, कौशल विकास और उद्यमिता, महिला और बाल विकास विभाग दिया गया है। बाकी और भी कुछ मंत्रियों को खातेदारी की जिम्मेदारी देने का काम अभी बाकी रह गया है। जिसकी घोषणा समय रहते की जाएगी।तब तक कुछ विधायक जो उद्धव ठाकरे को छोड़ शिंदे गुट में शामिल हो गए थे कुछ मंत्री पद से नवाजे गए और खातेदारी में शामिल भी हों गई जिन्हे वंचित किया गया है उनके नाम की घोषणा नही की गई है और ये मामला अब सवालों के घेरे में है। इस लिए ऐसे विधायको की नाराजी का मामला अभी स्पष्ट रूप से सामने आना बाकी है। जो इंतजार की बाट देख रहे है।

संवाद:सलीम माहिमकर

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