मिर्जा मुहम्मद तारिक बिन शाहरुख,या जिन्हे उलुग बेग नाम से भी जाना जाता था वो एक तैमूरी सुलतान एम अमीर तैमूर के पोते थे

उलूग बेग

इनका विज्ञान (Science) और गणित (Mathematics) में काफी योगदान है और यह एक खगोलशास्त्री (Astronomer) भी थे।
उलूग बेग खगोल विज्ञान (Astronomy) से संबंधित कामों के लिए मशहूर थे,

इन्होंने गणित में ट्रिग्नोमेट्री (Trignometry) में भी काफी योगदान दिया। कहा जाता है कि उलूग बेग पाँच भाषाएँ बोल लेते थे: अरबी, फ़ारसी, तुर्किक, मंगोलियाई और थोड़ी मात्रा में चीनी।

इन्होंने 1424 और 1429 के बीच समरकंद में एक बेहतरीन “उलुग बेग वेधशाला” (Ulugh Beg Observatory) का निर्माण किया। विद्वानों द्वारा इसे उस समय इस्लामी दुनिया में बेहतरीन और मध्य एशिया में सबसे बड़ी वेधशालाओं में से एक माना जाता था।

और तो और इन्होंने एक मदरसा भी बनवाया जिसका नाम “उलुग बेग मदरसा” है। यानि इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इन्होंने अपने शासन के दौरान इल्म पर बहोत तवज्जो दी और इनका विज्ञान और खगोलशास्त्र से काफी लगाव था।

संवाद: अफजल इलाहाबाद

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