पुणे में मुस्लिम सैनिक परिवार को भीड़ ने बताया बांग्ला देशी , रोहिंग्या, कारगिल युद्ध में शहीद हुए थे

कारगिल युद्ध में शहीद सैनिक के परिवार को बताया ‘बांग्लादेशी/रोहिंग्या’! पुणे में मुस्लिम पूर्व सैनिक परिवार को भीड़ ने घेरा

पुणे में एक मुस्लिम पूर्व सैनिक परिवार को हिंदुत्वादी भीड़ ने “बांग्लादेशी/रोहिंग्या” बताकर प्रताड़ित किया। यह वही परिवार है जिसके दादा ने परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद के साथ सेना में सेवा की थी और जिनके चाचा कारगिल युद्ध में लड़े थे।

भीड़ में करीब 70-80 लोग थे जो घर में जबरन घुस आए।
महिलाओं और बच्चों को डराया गया, सांप्रदायिक गालियाँ दी गईं। परिवार के हर मेंबर से आधार कार्ड शो करने को कहा।

आधार कार्ड दिखाने पर भी कहा गया कि ये नकली हैं।
पुलिस मूकदर्शक बनी रही और बाद में पुरुष सदस्यों को हिरासत में लिया गया।
सुबह 3 बजे पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ा गया।

यह घटना न सिर्फ संविधान बल्कि उन शहीदों का भी अपमान है जिन्होंने देश के लिए जान दी। उनको भी नहीं बक्शा ये कौनसा इंसाफ है।
मुसलमानों पर इस तरह हो रहे जुल्मों सितम के लिए राज्य प्रशासन और केंद्र की मौजूदा सरकार जिम्मेदार है।

संवाद:पिनाकी मोरे

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