दमुआ पुलिस की कार्रवाई से मचा रेत,और कोयला माफियाओं में हड़कंप

संवाददाता तकीम अहमद दमुआ

दमुआ पुलिस की कार्यवाही.रेत से भरा टेक्टर पकड़ाया।
आज दमुआ थाना प्रभारी ओमेश मार्को दिखे एक्शन मूड में। थाना प्रभारी खुद ही रेलवे पुल पहुंचकर एक रेत से भरा हुआ टैक्टर पकड़े शाम करीब पांच बजे ।बाकी टैक्टर तो के भाग गए और एक टैक्टर रेत से भरा हुआ टैक्टर पकड़े और तुरंत ही कार्यवाही की गई।

काफी दिनो से रेत वाले और पुलिस के बीच चोर पुलिस का खेल चल रहा था आखिर में दमुआ थाना प्रभारी मार्को की मुखबिरी ही काम आई । आखिर में पकड़ाया रेत से भरा हुआ टैक्टर। थाना प्रभारी मार्को जी ने साबित कर दिया कि रेत चोरों के शूटर दमुआ थाने की पुरी रेकी करते हैं पुलिश स्टाप कब कहां जा रहा हैं किस दिशा में जा रहा हैं?

शूटर(मुखबीर) तुरंत अपने आका को मोबाइल पर बता देता है और टैक्टर पुलिस के पहूचने से पहले टैक्टर हटा दिया जाता है इतनी कड़क फिल्डिग होने के बाद भी थाना प्रभारी मार्को नेआज शाम पांच बजे ही रेलवे पुल से रेत से भरा हुआ लाल रंग का टैक्टर पकड़ कर साबित कर ही दिया और ड्राइवर पर चोरी की धारा और खनिज विभाग की धाराओं पर केस दर्ज किया गया कि पुलिस पुलिस होती है।

अब देखना ये है कि थाना प्रभारी मार्को जी कोयला चोरों पर क्या कार्यवाही करते हैं? कोयला का काम लगभग दो महीने से चल रहा हैं। रोज सुबह अखबारों की सुर्खियां यही होती है कि कोयला पिकअप गाड़ी में भरकर नवेगाव के रास्ते पार किया जाता है। जनता चाहती हैं कि कोयला चोरों पर भी शीघ्र कार्यवाही हो।

क्योंकि
ठंडी का मोसम इन कोयला चोरों के लिए खास व्यापार का सीजन होता है ये बंद खदानों को अपना शिकार बनाते हैं। जैसे नंदन/ घोड़ावाडी 16/17/नीमधाना ओपन कास्ट/हर्रा डोल /कुटमदेव/ढाउ/इन जगह से मजदूर से 80/100/रूपये में कोयला बोरी खरीदकर
250/300मे कोयला की बोरी नवेगाव वा ईट भट्ठा मालिकों को पिकअप गाड़ी से नवेगाव ले जाकर बेचते हैं।

जबकि मजदूरों को 80/100रूपये में ही संतुष्ट होना पड़ता है। कुछ पेसो के लिए जान जोखिम में डालकर कोयला निकालते हैं गरीब मजदूर
फारेस्ट वन विभाग टीम द्वारा 40/50/कोयला भरी बोरिया धाऊ से लावारिस हालात में जप्त किए।

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