कमल के फूल ने किया आम जनता का जीना दुश्वार
विशेष
संवाददाता
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से; ड्राइविंग लाईसेंस 250 मे बनता था अब 5500 में बनता है।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से; स्टील की कीमत 3600 रुपये से अब 8500 रुपए हो गई।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से; जो सिलेंडर 350रु. में था अब वही 1060 रुपए में मिल रहा है। ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से; देश में 55.87 लाख करोड़ का कर्ज़ था अब वही 205 लाख करोड़ है।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से बेरोजगारी 2% से 75% हो गई।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से गरीबी रेखा से नीचे 40 करोड़ जनसंख्या थी अब 80 करोड़ है। ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से 20 से अधिक चीनी मिलें बंद हो गई।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से पेट्रोल 65 में था अब 105 में है।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से छात्र छात्राओं की शिक्षा छींन ली गई।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से गरीबों पर अत्याचार होते रहे हैं।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से 4.5 लाख युवाओं की नौकरी छिन लि गई।
यूंही नहीं ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से बलात्कारीयों का हौसला बढ़ गया और जैल से बाहर आने पर उनका गर्म जोशी के साथ मालाओ से स्वागत करते है।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से हर साल 2करोड़ रोजगार देने का वादा था लेकिन उसके बजाय इन्हौनें लोगों की लाखों नौकरियां छींन ली।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से रेलवेे बेच दिया गया।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से एयरपोर्ट बेच दिये गए!
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से; किसानों को गन्ने की फसलों का समय पर भुगतान नहीं मिल रहा है।
बस ये वही कमल का फूल बचाया गया है, जिसका बटन दबाने से किसानों को सिंचाई के लिए मंहगी बिजली मिल रही है। किसान वर्ग कर्ज के बोझ से दिनों दिन आत्महत्याएं करने पर मजबूर है।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से; अयोध्या में गरीबों के घरों पर बुल्डोजर चलवा दिये गए।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से किसान सड़कों पर आ गये; और 870 किसान शहीद हो गए।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से; पुलवामा में देश के47 जवान शहीद हो गये आजतक जांच में खुलासा नहीँ हुवा।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से थानों में दरोगा; गरीबों से बदसलूकी करते हैं।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से;पूरे देश की जनता बेरोजगार हो गई।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से कितनी कंपनी बंद हो गई।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से 3.5 लाख युवा; जो संविदा पर नौकरी कर रहे थे इन्हौनें वोही छींन ली।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से कोरोना महामारी मे देशवासियों को मरने के लिए रोड पर छोड़ दिया गया। सिर्फ तालिया बजने और थालियां पीटने पर मजबूर होना पड़ा।
ये वही कमल का फूल है, जिसका बटन दबाने से बैंक प्राइवेट कर दिया गया। और तो और इसके बटन को दबाने से असंख्य वोट की चोरी हो गई। और भ्रष्ट सरकार सत्ता में विराजमान है। जिसने नोट बंदी का कानून लगा कर गरीबों का जीना दुश्वार किया। अल्प संख्यकों के साथ ना इंसाफी और जुल्मोसितम ढाए जा रहे है, मॉब लॉचिंग, गौ कशी के नाम पर न जाने कितनी को मौत के घाट उतारा गया है। अब भी ये सिलसिला बदस्तूर भीड़ तंत्र बन कर अल्प संख्यकों के साथ भेदभाव , और मजहबी छलावा करता रहा है । मारपीट कर उन्हें मरवा दिया जा रहा है।