ऐसे गंभीर हालात रहे तो मरीजों का कैसे होगा इलाज जबकि इधर अप स्वास्थ्य केंद्र पर लटका पड़ा है ताला?
छिंदवाड़ा
संवाददाता
राजकुमार सोनी
उप-स्वास्थ्य केंद्र लटका ताला, कैसे मिले लोगों को उपचार
छिंदवाड़ा/मोहखेड:-मोहखेड विकासखंड के उप स्वास्थ्य केंद्रों पर कहने को तो यहां 24 घंटे एएनएम और इलाज की सुविधा मिलना है, लेकिन ताला नहीं खुलने से ग्रामीणों को जिला मुख्यालय तक इलाज कराने के लिए जाना पड़ रहा है या फिर मशूराज झोलाछाप डॉक्टरों की शरण लेनी पड़ रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि उपस्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थ एएनएम कार्यकर्ता टीकाकरण कराने में समस्या आती है, लेकिन उसके बाद लगभग उप स्वास्थ्य केन्द्रों में ग्रामीणों को दवा तक उपलब्ध नहीं हो पाती है।मोहखेड में बैठे जिम्मेदार जांच सहित अन्य के नाम पर वाहन द्वारा डीजल का भुगतान लेते है, लेकिन समझ से परे हैं कि आखिर इनके द्वारा किस चीज की जांच की जाती।
देखा जाये सारंगबिहरी सेक्टर अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को नि:शुल्क उपचार उपलब्ध कराना महज दिखावा बनकर रह गया है, क्योंकि कुछ ऐसे उप स्वास्थ्य केंद्र दिन में खुलते है,न इनके खुलने और बंद होने के कोई निश्चित समय है,रात्रि में तो तालाबंदी रहता है।।यहां पदस्थ जिम्मेदार से अगर कोई पूछ ले कि आप कहां हैं? तो इनके द्वारा मीटिंग के साथ भ्रमण बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया जाता है!,
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि उप स्वास्थ्य केन्द्रों का ताला स्वास्थ्य कर्मियों की मनमर्ज़ी से खुलता, जिस वजह से हमें छोटी बीमारियों तक के लिए या तो जिला चिकित्सालय या झोलाछाप की शरण लेनी पड़ती है।
समय से पहले निशानदरयाव में लटका ताला
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार बता दे कि जिले के सीएमओ चौरसिया 19 सितंबर दिन मंगलवार को अपने चौपहिया वाहन से शाम 3 बजे लगभग इस केंद्र के सामने से बिछुआ विकासखंड की ओर गुजरे।किंतु निशानदरयाव आरोग्य केंद्र में लटके ताले को देख मूंह फेर आगे निकल गये।इस लिए यह साफ नजर आता है जिम्मेदार जिले के अधिकारियों से इन चीजो की मानिटरिंग से कोई सरोकार नही, सिर्फ शिकायत आधार पर निरिक्षण करने पहुचते है।
बहरहाल उक्त केंद्र की लापरवाही से सेक्टर सुपरवाइजर भी लगातार वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया।किंतु वरिष्ठ अधिकारी जांच के नाम पर लीपापोती कर देते है।.इधर सबंधित स्वास्थ्य कर्मी पर कुछ सफेदपोश नेताओं का संरक्षण होने से कोई भी उक्त स्वास्थ्य कर्मी के खिलाफ आवाज नही उठा पाते है।
इनका कहना
मै जाखावाडी गांव में आया था इसलिए सेंटर में ताला बंद था?
नागेंद्र सूर्यवंशी,सीएचओ आरोग्य केंद्र निशानदरयाव।