अगर जैन धर्म को बचाना है , जैन साधुओं की हत्याएं रुकवानी है जैन मंदिरों को हथियाने से रोक ना है तो किस काम को अंजाम देना पड़ेगा? जानिए
जैन धर्म को बचाना है, साधुओं की हत्या रुकवानी है, जैन मंदिरों को हड़पने को रोकना है , जैन धर्म के स्वतंत्र अस्तित्व को बचाना है तो बीजेपी को बिलकुल वोट न दे, अनूप मंडल का साथ देने वाली पार्टी का पूर्ण बहिष्कार, जैन मंदिरों को हड़पने वाले का पूर्ण बहिष्कार।
जैन धर्म बचाना है तो बीजेपी भगाओ, जैनों के लिए विनाशकारी है।
कर्नाटक के बीजेपी नेताओं ने ( जो खुद जैन है ) कहते है कि हमारा बस चले तो जैनों का अल्पसंख्यक दर्जा खत्म कर देंगे क्योंकि आर एस का एजेंडा है कि जैन धर्म के स्वतंत्र अस्तित्व को हिंदू वैदिक धर्म में विलीन करना। जबकि जैनों के साथ बड़ा धोखा हो रहा है।
कर्नाटक में मुस्लिम वोट , बहुमत वोट, राजस्थान में पिछड़ी जाति के वोट के लिए अनूप मंडल का समर्थन करते है बीजेपी । और जैनों पर अतिक्रमण हो रहा है। गुजरात में जैनों को हिंदुओ में मिलाने के लिए बिल पास करने की कोशिश की। कई तीर्थ हिंदू ने हथिया लिए है पिछले कुछ सालो में।
अब हमारे ही जैन भाई बीजेपी के अंधभक्त बने हुए है। कांग्रेस बीजेपी दोनों को वोट मत दो , लेकिन बीजेपी को बिलकुल नहीं अगर जैनों की भलाई चाहते हो तो। सिर्फ बनिए जैन बीजेपी के साथ है। दूसरे मूलनिवासी जैन, एससी एसटी ओबीसी, दलित , शुद्र, बहुजन, बुद्ध कोई भी बीजेपी के साथ नही है। और भी पच्चीस पार्टी है। या nota दे दो लेकिन बीजेपी को भगाओ, जैन धर्म को बचाना है तो।
बीजेपी के जैन नेता गद्दार है, राजनीति में आने के बाद पार्टी के एजेंडा पर चलते है , जैन धर्म के प्रतिनिधि नही रहते जैनों का वोट और नोट लेकर, अपनी आवाज संसद में उठाने के बजाय, जैनों पर अतिक्रमण होता है तो मुंह पर ताला लगाकर बैठ जाते है। यह हाल पूरे देश के राज्यो के हर बीजेपी जैन नेता का है। ज्यादातर बीजेपी जैन नेता राजनीति में आने के बाद जैन विरोधी काम करते है।
यह राजनीति का मैसेज नही है इसलिए अंधभक्त सावधान। यह जैनों के हक का अपने धर्म रक्षा का विषय है।
बीजेपी को वोट देकर जैन साधुओं की हत्या और जैन मंदिरों के अतिक्रमण में भाग न ले , नोट और वोट देकर।
गौमाता के नाम पर वोट लेकर , माता को धोका देकर ,अब नोट भी बना रहे है देश को सबसे बड़ा बीफ निर्यातक विश्वगुरु बना दिया है अब जैनों के साथ भी धोखा । इस लिए
बीजेपी भगाओ , देश बचाओ, जैन धर्म बचाओ, जैन तीर्थ बचाओ।
जनहित में जारी