करुणा से बदलेगा विश्व का भविष्य, बागपत के अमन सीख रहे शांति और सहानुभूति का पाठ

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बागपत, 21 जून 2025 (संवाददाता): समाज में करुणा और मानवता को फिर से केंद्र में लाने की दिशा में एक अनूठी पहल के तहत, राज्य युवा पुरस्कार से सम्मानित बागपत के युवा सामाजिक कार्यकर्ता अमन कुमार नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के मार्गदर्शन में आयोजित सत्यार्थी समर स्कूल में हिस्सा ले रहे हैं। यह ग्रीष्मकालीन विद्यालय करुणा आधारित वैश्विक नेतृत्व को गढ़ने की दिशा में विश्व का पहला प्रयास है।

इस कार्यक्रम के लिए विश्वभर के 22 देशों के 250 से अधिक विश्वविद्यालयों से 1200 से अधिक नामांकन प्राप्त हुए थे, जिनमें से केवल 25 युवाओं का चयन हुआ है। अमन कुमार उत्तर प्रदेश से एकमात्र प्रतिनिधि हैं जिन्हें इस सम्मानजनक वैश्विक मंच पर भाग लेने का अवसर मिला है। यह प्रशिक्षण नई दिल्ली स्थित मुक्ति आश्रम और राजस्थान के बाल आश्रम में आयोजित हो रहा है, जहां प्रतिभागी युवा सामाजिक न्याय, करुणा आधारित नेतृत्व और वैश्विक शांति जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श कर रहे हैं।

“करुणा केवल भावना नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की सबसे प्रभावी शक्ति है,” अमन कहते हैं। “जब हम दूसरों की पीड़ा को अपनी मानकर समाधान खोजते हैं, तभी स्थायी परिवर्तन संभव होता है।” अमन कुमार ने इस अवसर को आत्मचिंतन और व्यापक सामाजिक जिम्मेदारी के निर्माण का अवसर बताया। यह समर स्कूल न केवल अमन के लिए बल्कि बागपत और पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का विषय है, जो यह दर्शाता है कि छोटे गांवों से निकले युवा भी वैश्विक विमर्श में अपनी सार्थक उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं।

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