फरसान कंपनी के धुएं से फैल रही बीमारियों से लोग पीड़ित और दहशद में जिम्मेदार कौन
मुंबई
विशेष संवाददाता
मलाड मालवणी में धड़ल्ले से खुलेआम अवैध चलाई जा रही है फ़रसान कंपनी। निकल रहे धुएं से फैल रही तरह तरह की बीमारियां जिम्मेदार कौन?
मलाड( प)मालवणी गेट नम्बर 7 प्लॉट क्रमांक 68ऑपोजिट रोजमेरी हाई स्कूल के सामने आडवा पट्टा पर स्थित कानून की धज्जियां उड़ाते हुए गैर कानूनी चल रही है ममता फरसान नामक कंपनी, जिसका मालिक सलीम शेख बताया जा रहा है।
इस बारे में ऐसे बताया जाता है कि ममता नामी कंपनी में सभी प्रकार के फरसान का मैटेरियल बनाने हेतु आग भट्टी का होना और उसमें ऊंची चिमनी का इंतेज़ाम होना अति अनिवार्य है। वैसे तो राज्य सरकार द्वारा आग की भट्ठियों पर पहले ही से पाबंदी लगाई जा चुकी है। लेकिन फरसान कंपनी के मालिक सलीम शेख द्वारा कानून की धज्जियां उड़ाते हुए मौजूदा जगह पर आग भट्टी का प्रावधान कर इस में जलाऊ लकड़ियों मात्र दो या तीन रुपए किलो की खराब मैटेरियल का इस्तेमाल कर इसे यहां रोजाना खुलेआम जलाया जाता है। जिसकी वजह से आसपास के क्षेत्र में रहने वाले समस्त परिवारों को इस से फैल रहे धुएं से कई जटिल बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।
सूत्र बताते है कि भट्टी में जलाऊ लकड़ियों के जलाने से फैल रहे धुएं से क्षेत्र में चारों तरफ के रहवासियों को खांसी, सर्दी दमा और सांस की तकलीफ के अलावा टीबी जैसी गंभीर बीमारियों की पीड़ा सता रही है।
मगर इस बात की फ़रसांन कंपनी के मालिक को कोई परवाह नहीं न की कोई फर्क पड़ता है। बल्कि उसको स्थानीय पुलिस प्रशासन, पी नॉर्थ मनपा, FDI विभाग के कुछ जिम्मेदार भ्रष्ट अधिकारिरियों के खासे संरक्षण मिले है। इन सब भ्रष्ट सरकारी बाबुओं की मिलीभगत,और अनदेखी के कारण यहां कानून नाम का कोई अस्तित्व ही नहीं बचा है। कंपनी के मालिक को सरकारी बाबुओं के खासे संरक्षण प्राप्त है। जिसकी वजह से उसके हौसले बुलंद है वह सिर्फ अपनी कमाई मे मस्त और मगन है। आसपास के रह रहे तमाम रहवासियों, पीड़ित लोगों को धुएं से हो रही पीड़ा से इस मालिक को कुछ लेना देना नहीं है।
लिहाजा स्थानीय पुलिस, BMC प्रशासन, FDI और राज्य प्रशासन से हमारी अपील है कि यहां बेखौफ अवैध चलाए जा रहे फरसान कंपनी को तुरंत बंद कराया जाए।