रूस अमेरिका और चाइना को पीछे छोड़ भारत ने रखा चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कदम दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बन गया है
एमडी डिजिटल न्यूज चैनल और प्रिंट मीडिया
ब्यूरो
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफल हो गई है। दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बन गया है। इसी के साथ भारत ने इतिहास रच दिया है।
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफल; दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश इसी के साथ भारत ने इतिहास रच दिया
भारत माता की जय ।
चंद्रयान 3 लैंडिंग: रूस, अमेरिका, चीन को पीछे छोड़ भारत ने रखा चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कदम, पूरी दुनिया में फैली ISRO की चांदनी
Chandrayaan 3 Moon Landing: चंद्रमा पर भारत के पहुंचने का इंतजार खत्म हो गया है. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘चंद्रयान-3’ की सफल सॉफ्ट लैंडिंग हो गई है।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद अब क्या होगा?
योजना के अनुसार, कुछ देर बाद लैंडर विक्रम की बैली से रोवर प्रज्ञान एक पैनल को रैंप के रूप में इस्तेमाल करके चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। रोवर में पहिए और नेविगेशन कैमरे लगे हैं। यह चंद्रमा के परिवेश का इन-सीटू (यथास्थान) विश्लेषण करेगा और जानकारी लैंडर विक्रम के साथ साझा करेगा. लैंडर विक्रम धरती पर वैज्ञानिकों से सीधे कम्युनिकेट करेगा. इस प्रकार चंद्रमा के बारे में अमूल्य जानकारी पृथ्वी पर हम तक आ सकेगी।
चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंड कर लिया है। भारतीय वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में भारत को ऐतिहासिक उपलब्धि दिलाई। 1962 से देशहित में अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए समर्पित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने चंद्रमा पर इतिहास रचा है। 140 करोड़ भारतीयों को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है।
भारत दुनिया का चौथा देश है जो चंद्रमा पर पहुंचा है। इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन भी चांद पर पहुंच चुके है लेकिन लेकिन अपने काबिल कर्मठ और समर्पित वैज्ञानिकों के बल पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बन गया है।
Chandrayaan3 isroindia #ISRO india
चन्द्रयान-3 की सफल लैंडिंग
देश के वैज्ञानिकों को इस ऐतिहासिक सफलता के लिए हार्दिक बधाई।
आपकी मेहनत ने भारत का नाम विश्वपटल पर रोशन किया है।
पूरे देश के लिए गौरव का पल।
जय हिंद।
चंद्रयान 3
चंद्रयान-3 ने मंगलवार शाम 5 बजकर 44 मिनट पर लैंडिंग प्रोसेस शुरू की। इसके बाद अगले 20 मिनट में चंद्रमा की अंतिम कक्षा से 25 किमी का सफर पूरा किया। शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद पर पहला कदम रखा।
ISRO के डायरेक्टर एस. सोमनाथ ने क्या कहा-
अगले 14 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। प्रज्ञान रोवर को बाहर आने में एक दिन का समय भी लग सकता है। प्रज्ञान हमें चांद के वातावरण के बारे में जानकारी देगा। हमारे कई मिशन कतार में हैं। जल्दी सूर्य पर आदित्य एल1 भेजा जाएगा। गगनयान पर भी काम जारी है।
चांद पर पहुंचकर चंद्रयान-3 ने मैसेज भेजा- मैं अपनी मंजिल पर पहुंच गया हूं। वहीं साउथ अफ्रीका से प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को बधाई देकर कहा- अब चंदामामा दूर के नहीं।
संवाद मो अरशद यूपी