गौ माता की जय जयकार ,कचरा कूड़ा खाने को मजबूर है गौ माता ,इसकी सुरक्षा की कोई किसी को खबर नही?

विशेष सूचना/आग्रह की अपील

आए दिन हमारे घरों से निकलने वाला खाद्य पदार्थ जिसे हम प्लास्टिक पालेथिन में भर के कूड़े दान या कचरा कुंडी मैं फेंकते है ,मनपा , नपा/नगर निगम द्वारा यह सारा कचरा शहर से बाहर एक स्थान पर एकत्रित किया जाता है।

जिसे हमारी कामधेनु गौ माता खाकर अपनी भूख मिटाती है।जिसके सेवन से कई रास्ते सड़क गली मोहल्ले,और कई कूचे पर भटकती गौ माताएं कूड़ा कचरा खा कर बीमार होकर मर रही हैं। क्योंकि हमारी कामधेनु गौ माता के लिए ना ही कोई चाराघर शासन प्रशासन द्वारा निर्माण किया हुआ है और ना ही पालने वाले उन्हें भरपूर खुराक देते हैं न ही उनकी अच्छे से देखभाल करते है न उनकी कोई सुरक्षा की जिम्मेदारी का खयाल है।ये गौ माता जब तक दूध देती है तब तक अपने गौठों या कमरों। में बांध के रखते हैं उस से फायदा उठा ले ते है उसके बाद गली मोहल्ले सड़कों पर मरने के लिए छोड़ देते हैं।

भूख के मारे व्याकुल गौ माता इस कचरे को खाने को मजबूर और आमादा होती है। कई गौ माताओं के मृत्यु उपरांत पेट काटकर सैकड़ों किलो प्लास्टिक निकली गई है। ऐसे देखा जा रहा है।
साथ ही बहुत से प्रकार के खाद्य पदार्थ टीन के डब्बे पर होते हैं जोकि आपके फेंके जाने के उपरांत यह गौ माता के मुख् में फंस जाते हैं और वह इसे नहीं निकाल पाती जिससे उनकी मृत्यु होती है।

आप सभी से हाथ जोड़कर निवेदन है कृपया घर की कटी हुई निकली हुई सब्जी, बासी खाना, किसी भी प्रकार का कोई भी खाद्य पदार्थ हो तो वह घर के सामने एक कागज में रख दीजिए जिसे गौमाता उसे खा सके और वह अपना संपूर्ण सुरक्षित जीवन जी सके। प्रशासन भी इसकी संज्ञा ले।

संवाद
निवेदक:- रिंकू रितेश चौरसिया समाजसेवी

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