जुन्नारदेव शिक्षा विभाग द्वारा लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई नही करना एक सवालिया निशान है पर

दमुआ
संवाददाता

दमुआ। कांगला ग्राम के शासकीय शिक्षक द्वारा लगभग 4 माह पुर्व शराब के नशे में शाला के समय कपड़े उतारकर एक ग्रामीण के घर मे घुश कर घटिया पर लेट गया पुरे घर वाले इस शराबी शिक्षक की हरकत के कारण घर से बाहर आ गए।

जिसका ग्रामीणों द्वारा वीडियो भी बनाया शिकायत भी की परतुं जुन्नारदेव शिक्षा विभाग शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाले शिक्षक को दूसरी शाला में भिजवा दिया गया परतुं कार्यवाही नहीं की गयी ये कहावत तो सच है कि पैसा बोलता हैं।

जुन्नारदेव की लगभग हर संकुल मे कुछ न कुछ शर्मसार करने वाली हरक़त हुई पर कार्यवाही के नाम पर जीरो वैसे नाम भी संहि है इनका महादेव जो शराब पिये बिना रह नहीं सकते। ये है हमारा शिक्षा विभाग जिसको शिक्षक को गुरु का दर्जा दिया जाता है पर ये शिक्षक कहलाने लायक भी नहीं है। क्या बच्चो का भविष्य बनाएंगे ये शिक्षक जो खुद होश में नहीं रहते और इनके आका की मेहरबानी इनपर बनी रहती हैं।

लेदेकर मामले को रफादफा कर देते हैं पेमेंट ही इतनी मिल जाती है कि 10 ,20, हज़ार चले भी गए तो क्या फर्क पड़ता हैं? पर हरकतो से बाज़ नहीं आते।कई शिक्षक तो पाठ शाला में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुच रहे हैं क्योंकि उनको पता है कि उनका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता, उनका कुछ नहीं होना है सब सेटिंग हो जाती हैं।

दमुआ , रामपुर , घाना उमरी ,हनोतिया , घोड़ावाडी ,लगभग सब संकुल में लापरवाही का आलम चल रहा हैं। बच्चो को ठंड नहीं लगती पर शिक्षकों को कुछ ज्यादा ही ठंड लगती हैं आराम से जाएंगे कौन क्या कर लेगा और अब तो जरूरत से ज्यादा अतिथि नियुक्त कर दिए जा रहे है ताकी शासकीय शिक्षक को आराम मिल सके। जब जिसको चाहा भर्ती कर लिए क्योंकि पैसा बोलता हैं ।

आखिर कब सुधार होगा शिक्षा के मंदिर में चल रही लापरवाही का? या बच्चे सिर्फ नाम के लिए पाठशाला में उपस्थित रहेंगे। 4 माह से फ़ाइल बनी हैं। महादेव सूर्यवंशी की शिकायत की फ़ाइल पर लगता हैं फ़ाइल को अलमारी में रखने के लिये बनाई गई है।
इस मामले को लेकर जुन्नारदेव B O से संपर्क किया गया पर सम्पर्क नहीं हो पाया।ये भी अंदर की बात है।

संवाद: मनोज डोंगरे

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