कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने लिए किस तरह के फैसले?,जानिए
डॉक्टर अरूण कुमार मिश्र
कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने नई गाइडलाइन जारी कर मास्क पहनना किया अनिवार्य
कर्नाटक सरकार ने फैसला किया है कि नए साल के अवसर पर रात 1 बजे तक मनाया जा सकेगा जश्न।
नई गाइडलाइन के अनुसार कर्नाटक में रेस्तरां, पब, थिएटर हॉल, स्कूल और कॉलेज जैसी बंद जगहों के अंदर मास्क पहनना कर दिया गया है अनिवार्य। भीड़भाड़ वाली खुली जगहों पर भी मास्क पहनना है अनिवार्य।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि लोगों को घबराने की नहीं है जरूरत हम अभी कोरोना को रोकने के लिए उठा रहे हैं एहतियाती कदम।
कर्नाटक सरकार ने कहा कि गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को भीड़भाड़ वाली जगह जाने से जरूर बचना चाहिए।अगर किसी बंद जगह पर किसी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है तो उसमें शामिल होने वाले लोगों की संख्या उपलब्ध सीट से नहीं
होनी चाहिए अधिक।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए एहतियाती उपायों को आम लोगों की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किए बिना चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा लागू। सरकार ने लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने, टीकाकरण में तेजी लाने, इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के लिए टेस्ट और तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्यों से परामर्श करने का किया है फैसला।
कर्नाटक सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण रोकने की है पूरी तैयारी।उपायुक्त, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला निगरानी अधिकारी और विशेषज्ञ समिति के सदस्यों को सभी जिलों में कोविड प्रबंधन की देखरेख करने का दिया गया है जिम्मा।
आईसीयू बेड, ऑक्सीजन बेड, ऑक्सीजन क्षमता और मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ सहित स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और कर्मचारियों में दो साल पहले की तुलना में काफी की गई है वृद्धि।यह किसी भी स्थिति से निपटने के लिए होगा पर्याप्त।