किस कारण टीवी नही देखना चाहिए, वो सुप्रीम कोर्ट के आदेशों से भी नही डरता है बल्कि अपने नफरती इस्लामोफोबिया शो के लिए मशहूर है ,जबकि भक्त इसके बहुत बड़े फॉलोअर्स भी है?
आज तक पर सुधीर चौधरी की बात करें तो पता चलता है कि
जब ज़ी से ट्रांसफर हुआ तो प्रश्न थे क्योँ ? आसानी से ज़ी के सुभाष चंद्रा ने जाने दिया और अरुन पुरी ने आने दिया बकायदा कोयल पुरी ने स्वागत किया आज तक पर। मेल लिख कर और देखते देखते 9 बजे का प्राइम टाइम स्वेता सिंह जो कि आज तक का बहुत पुराना और अनुभवी चेहरा थी।जिसे हटा कर ब्लैक एंड व्हॉइट में सुधीर चौधरी को बैठाया गया।
ये एक सम्पादक के एक चैनल से दूसरे चैनल जाने का सफर नहीं था बल्कि एक रणनीति के तहत किया गया फैसला साफ लग रहा था क्योंकि सुधीर चौधरी अपने नफरती इस्लामोफोबिया शो के लिये मशहूर है और भक्त इसके बहुत बड़े फॉलोवर हैं ।
शुरू में चौधरी शांत रहा पर आज की डेट में फुल फॉर्म में इस्लामोफोबिया फैला रहा है।
बीते दिनों सुपीम कोर्ट ने जब हेट स्पीच को लेकर टिप्पणी करी कि एंकर हेट स्पीच फैला रहे हैं तो सुधीर ने लाइव अपने शो पर कहा हम जैसे एंकर जिनके बारे में कहा जाता है नफ़रतें फैलाते हैं ?.उसके बाद गरबा पर हिन्दू मुसलमान किया यानी सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बाद भी नहीं रुक रहा। सब जानते हैं ये खुली तौर से हिंदु और मुसलमानों के बीच नफरती जहर उगलता है।
तो फिर क्यों अरुण पुरी जो कि आज तक और इंडिया टुडे ग्रुप के सबसे बड़े चैनल के मालिक इसको ये नफ़रतें प्रायोजित कर अपनी साख का बट्टा लगा रहे हैं? डिजिटल पत्रकारों ने वायर के पत्रकारों अजीत अंजुम, विनोद कापड़ी, विजेता सिंह, रवीश, रंजन, साक्षी जोशी और भी कई प्रबुद्ध लोगों ने सुधीर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेने को ट्वीट किए हैं।
पर ये खेल अरुण पुरी का खेला है ही नहीं बल्कि सुधीर चौधरी जिसका मुखौटा है। उसे सब जानते हैं।
इसीलिए अरुनपुरी क्या कर लेंगे ये नफरती लाया गया है। नफरत फैलाने को आज तक पर अब बिल्कुल स्पष्ट है और इसका बाल भी बांका कोई नही उखाड़ सकता! जब ये सुप्रीम कोर्ट से भी नही डरता है?
2024 की फुल प्रूफ तैयारी है उनकी जो आज तक को नफरती बना चुके हैं।
आज तक सबसे ज्यादा देखे जाने वाला चैनल है और जो यहां होता है वही सारे चैनल फॉलो करते हैं ये रिवाज है। ये ट्रेंड सेट करता है इसलिए रवीश की बात याद रखिये टी वी मत देखिये ये आपको नफरती बना देगा ।ठीक ही कहा है रवीश जी ने।