देवताओं की जाती की खोज में चाहे जितनी कोशिशें कर लो या इसे जतन कर लो मगर भारत के देवता राज घराने से ही पाए जाएंगे!
आप कहते हैं कि शिव आदिवासी हैं, आप कहते हैं हनुमान आदिवासी हैं. आप लोग देवताओं की जाति खोज रहे हो. कितनी भी कोशिश कर लो, कितना भी जतन कर लो भारत के देवता राजपरिवार से ही मिलेंगे।
हनुमान भले आदिवासी वानर कबीले से थे, मगर थे तो राजपुत्र घराने के. बुद्ध भी राजपुत्र हैं, महावीर, कृष्ण राजा दशरथ और राम भी राजपुत्र हैं।
बौद्धों के बुद्ध हुए, सब राजपुत्र. जैनों के चौबीस तीर्थंकर हुए, सब राजपुत्र. हिंदुओं के सभी अवतार राजपुत्र हैं।
भारत में कोई गरीब बुद्ध, तीर्थंकर या भगवान नही हो सका। इस लिहाज से इस्लाम और ईसाईयत ने बहुत बड़ी क्रांति की। इस्लाम और ईसाईयत ने पहली बार दो साधारणजनों को ईश्वर का पैगंबर घोषित किया।
इस्लाम और ईसाईयत ने धर्म को राजाओं और पुत्रों के घेरों से आज़ाद किया। जीसस भेड बकरियों के बीच एक गरीब परिवार में पैदा हुए। उनके पिता बढ़ाई थे। पैगंबर मोहम्मद s a s भी अत्यंत गरीब घर से आए थे, भेड़ बकरी चराते थे,चरवाहे थे।
जीसस और पैगंबर मोहम्मद के कारण ईसाईयत और इस्लाम सर्वहारा वर्ग का धर्म बन गया। जिसे दिनहीनो ने अपनाया यह सोचकर कि आम आदमी भी ईश्वर का बेटा बनने का सौभाग्य प्राप्त कर सकता है।. आधी दुनिया ईसाई हो गयी और उसके बाद नंम्बर आता है इस्लाम का।
पैगंबर मोहम्मद से तो अरब का इतिहास शुरू होता है। क्या हम अरब में मोहम्मद से पहले किसी का नाम ले सकते हैं. बिखरे हुए कबीलों को जोड़कर मोहम्मद s a s ने लोगों को मुसलमान बनाया. अमीर गरीब कुलीन का भेद भाव मिटाया।
पैगंबर मोहम्मद s s ने अफ्रीकी मूल के गुलाम बिलाल को इस्लाम का पहला मुअज़्ज़िन बनाया. आप पैगंबर मोहम्मद या जीसस को अपमानित नही कर सकते।. उन्हें केवल प्रेम किया जा सकता है।
संवाद
क्रांति कुमार