सरकार ने कश्मीर फाइल दिखा कर कर पब्लिक पर कोई एहसान नहीं किया है, अगर ऐसा ही मंशा है तो गुजरात दंगों पर बनी परजनिया फिल्म को रिलीज करने में एतराज क्यों ?
मुंबई
संवाददाता
फरीद शेख
गुजरात दंगे पर बनी मूवी जिसे रिलीज नहीं होने दिया गया। कभी जहां 2 हजार 53 मुस्लिम बच्चों की हत्या कर दी गई थी, 493 मुसलमानों को ज़िंदा जला दिया गया था, 623 महिलाओं की इज़्ज़त लूटी गई और मौत के घाट उतार दिया गया था मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 8 हजार से ज़ियादा लोगों की हत्या की गई थी।
विनोद कापड़ी ने कहा है कि अगर कश्मीर फ़ाइल मूवी पर मोदी को एतराज़ नहीं है तो मैं गुजरात फ़ाइल पर एक मूवी बनाऊंगा! गुजरात दंगों के वक़्त मोदी की क्या भूमिका थी वह फ़िल्म में दिखाउंगा.अगर गुजरात फ़ाइल मूवी मोदी रिलीज होने देंगे तो।
गुजरात दंगों पर बनी फ़िल्म
परजानिया यह क्लिप परजानिया फ़िल्म की है! गुजरात में गोधरा कांड कैसे हुआ था, कैसे संघी आतंकियों ने दंगे किए थे, कश्मीर फ़ाइल देखकर रोने वालों इसको भी देखलो!
संघी आतंकी भगवा गुंडो ने कैसे मुसलिम गर्ल्स की सड़कों पर आबरू लूटी पुलिस वालों के सामने, लडकियों को शराब पिलाई, घरों में आग लगाई, पुलिस कैसे तमाशा देख रही थी?
और जो हिंदू पड़ोसी थे उन्होंने मुसलमान परिवारों के लिए दरवाज़ा तक नहीं खोला, किस तरह मुसलमानों का नरसंहार किया गया, सब इस फ़िल्म में दिखाया गया है।
कश्मीर फ़ाइल के नाम झूठ को देखने वालों! ज़रा एक बार इस कड़वी सच्चाई को भी देखों!?छोटी सी झलकी देखकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
आज तक इस फ़िल्म को सेंसर बोर्ड में बैठे संघी मनुवादी व्यवस्था के एजेंटो ने सिनेमा में चलने नहीं दिया क्योंकि यह सच्चाई पर बनी थी
मुसलमानों के झूठे किस्से कहानियों पर फिल्में बनाकर टैक्स फ्री करके दिखाने वालों! दम है तो इसको रिलीज करों और टैक्स फ्री करके दिखाओ!
आज नहीं तो कल ये फैसला ज़रूर लिया जाएगा। एक बार ज्वालामुखी फटने की देर है बस।