ज्यादा कैश जमा करने वालों को मिलने लगे नोटिस, हर शख्स पर है नजर ?
रिपोर्टर,
नोटबंदी के बाद बैंकों में ज्यादा कैश जमा करने वालों को इनकम टैक्स (आईटी) डिपार्टमेंट ने नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं।
देशभर में करीब 100 नोटिस भेजे जा चुके हैं। सिक्किम की राजधानी गंगटोक की एक कंपनी को ऐसा ही एक नोटिस भेजा गया है।
कंपनी से ज्यादा कैश जमा करने पर जवाब मांगा गया है।
बता दें कि गुरुवार को फाइनेंस मिनिस्ट्री ने भी बैंकों और पोस्ट ऑफिसों को नोटिफिकेशन जारी किया था।
इसमें किसी अकाउंट में एक दिन में 50 हजार और नोटबंदी के लिए तय 50 दिनों में 2.5 लाख से ज्यादा जमा होने पर इसकी इन्फॉर्मेशन आईटी डिपार्टमेंट को देने को कहा था।
17 को बंद करने थे 500-1000 के नोट, मगर इस वजह से जल्दी करना पड़ा ऐलान
औरंगाबाद/मुंबई. केंद्र सरकार की योजना के तहत 500/1000 के नोट 17 नवंबर से बंद करने की थी। लेकिन 2000 रुपए का नोट सोशल मीडिया पर वायरल होने के चलते आनन-फानन में 8 नवंबर को ही यह एलान करना पड़ा।
आरबीआई की तरफ से बैंकों को जारी लेटर तो कम से कम यही इशारा कर रहे हैं।
दरअसल, आरबीआई ने बैंकों को एटीएम में 100 रुपए के नोटों के कैसेट बढ़ाने को कहा था। इसके लिए 5 मई और 2 नवंबर को लेटर जारी किए थे।
इस मुताबिक बैंकों को कुल एटीएम के 10% यानी 20 हजार मशीनों में सिर्फ 100-100 रुपए के नोट निकालने का इंतजाम करना था।
बैंकों को 15 दिन की मोहलत देते हुए यह बंदोबस्त 17 नवंबर तक पूरा करने को कहा गया था ।अगर यह पूरा हो जाता तो एकाएक कैश की किल्लत नहीं होती, लेकिन यह इंतजाम पूरा होने से पहले ही 2 हजार का नोट वायरल हो गया।
नोटबंदी के फैसले पर किए गए एक सवाल के जवाब में शंकराचार्य ने कहा कि उन्होंने मोदी के इस कदम की आलोचना करते हुए ये बयान दे दिया?
नोट बदलवाने के लिए घंटों तक लाइन में खड़े रहने से हो रही मौतों पर शंकराचार्य ने कहा कि लोगों की इस मौत का मोदी को श्राप लगेगा!
उन्होंने कहा कि पीएम का नोटबंदी का फैसला बिल्कुल अनुचित है। उन्होंने कहा कि मोदी सेवक नहीं बल्कि खलनायक और तानाशाह की भाषा बोल रहे हैं!
वे आजादी के समय से हिसाब लेने की बात कहकर धमकी दे रहे हैं। हिसाब लेने का काम कानून का है। ये राष्ट्र मोदी के हिसाब से नहीं बल्कि संविधान के हिसाब से चलेगा !