15लाख हर नागरिक के खाते में होंगे जमा, सत्ता में आने से पहले मोदी जी का वादा फेल हो गया, आखिर बीजेपी ने सबको क्या दिया?

संवाददाता

पीएम बनने के बाद मोदीजी की
बीजेपी सरकार ने आपको क्या दिया?

इस सवालों के जवाब में जनता जनार्दन को 5 किलो चावल = 50 Rs महीना यानी
12×50= 600 रुपए सालाना
5 किलो गेहूं। = 35 Rs महीना यानी
12×35= 420 रुपए सालाना
सम्मान निधि 6000 रुपए सालाना
कुल = 600+420+6000=7020 रुपए सालाना।

बदले में बीजेपी ने आपसे क्या लिया

कांग्रेस की सत्ता के दौरान घरेलू सिलेंडर 400 में मिल रहा था जिसे बीजेपी ने बढ़ाए 500,/600 महीना
यदि 1सिलेंडर हर महीना लगे
12x 500 = 6000 सालाना।और 600 से हिसाब करे तो सालाना 7200 RS का जनता पर जबरदस्ती बोझ।

मोदी बीजेपी सरकार ने
तेल में बढ़ाए 100 रुपए प्रति लीटर।
यदि महीने में 4 लीटर तेल लगे तो 400 रुपए महीना
12×400=4800 रुपए सालाना
पेट्रोल डीजल में बढ़ाए ओसत 40 रुपए लीटर
1 लीटर रोज लगे तो 40X25=1000 महीना
12×1000= 12000 सालाना
दाल में बढ़ाए ओसत 100 किलो
यदि महीने में 4 किलो दाल खाएं तो 400 रुपए महीना
12×400= 4800 सालाना
चावल में बढ़ाए ओसत 40 रुपए किलो
यदि महीने में 20 किलो चावल खाए तो 800 रुपए महीना
12×800=9600 सालाना।

आटे में बढ़ाए ओसत 15 रुपए किलो
यदि महीने में 20 किलो आटा खाएं तो 300 महीना
12×300=3600 सालाना
कपड़ों में बढ़ाए ओसत 500 प्रति जोड़ी
साल में चार जोड़ी प्रति व्यक्ति कपड़े भी बनाए और परिवार में ओसत 4 व्यक्ति हों तो 4x4x500=8000
जूते चप्पल में बढ़ाए ओसत 400 प्रति जोड़ी
साल में चार जोड़ी प्रति व्यक्ति जूते या चप्पल भी बनाए और परिवार में इसे 4 व्यक्ति हों तो
4x4x400=6400।

इसी तरह

बच्चों की किताबों में बढ़ाए ओसत 2000 सालाना
परिवार के एक व्यक्ति की पेंशन रोकी 1200 रुपए महीना।
12×12= 14400 सालाना
गौरा देवी कन्या धन कम किया 25000 रुपए सालाना

कुल हो गया
6000+4800+12000+4800+9600+3600+8000+6400+2000+14400+25000= *96600 रुपए सालाना।

हिसाब हुआ
96600 में से 7020 रुपया कम कर लो, 89580 रुपया आपसे वसूला।

ऐसे कई नमूनेदार बोझ का हिसाब और भी पेश करना बाकी रह गया है आम । जनता की बीजेपी के लिए जो सोच थी उन सबकी तो मोदीजी की सरकार ने वाट लगा कर छोड़ दी है। अंड भक्त छिड़ समझदार पब्लिक बीजेपी का ये सब खेला जानकर हैरान और परेशान चल रही है अब रही बात आगामी लोकसभा चुनाव की तो इन सबका हिसाब किताब अप सबको समझदारी के साथ और अच्छी सोच के साथ कर लेना चाहिए

किसे वोट देना या किसे नहीं यह आपकी मर्जी, आपका फैसला होगा।

संवाद
अब्दुल राशिद मोहमद खान

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