14फरवरी2019 के रोज पुलवामा में हुए धमाके के में 40 जवान शहीद हुए थे इस का जिम्मेदार कौन था?

विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो

आज एक पुरानी पोस्ट दिख गई शेयर कर रहा हूं..

सरकार आपकी है, जवाब भी आपको देना है!

14 फरवरी 2019 पुलवामा हुआ था! उसी दिन मोदी सुबह 7 बजे देहरादून के जॉली ग्रांट हवाई अड्डे पर उतरे थे 11:15 पर वहाँ के जिम कार्बेट गये, जहाँ जहाँ इन्होंने कुल 4 घंटे बिताये! वहाँ डाक्यूमेन्ट्री के लिए इनका फोटोशूट भी चल रहा था।

3:10 बजे वो धमाका होता है 40 जवान मारे जाते हैं। हमले की खबरें बाहर आने लगती हैं! शाम के 4 बज जाते है कार्यक्रम के अनुसार रुद्रपुर में मोदी को एक रैली को संबोधित करना था! जो किसी कारण टेलीफोन के जरिये संबोधित करना पडा |

रामनाम और देशभक्ति का चोला ओढ़े! मोदी जिस वक्त अपना भाषण दे रहे थे, उस वक्त हमले को लगभग 4 घंटे हो रहे थे! मगर हमारे तथाकथित देशभक्त मोदी ने एक भी बार अपने भाषण में उक्त हमले का जिक्र तक नहीं किया! क्या इतना वक्त बीत जाने पर भी मोदी को हमले की भनक नही लगी होगी.?

गौर तलब हो कि फिर कोई 2 महीने बाद लोकसभा के चुनाव आ गये! और मोदी ने अपनी देशभक्ति का सर्टीफिकेट बाटना शुरु किया हमले में शहीदों की लाश के ऊपर चढ गया और वोट मांग लिया! आपने वोट देकर उन्हें फिर कुर्सी पर बैठा दिया।
लोग पुलवामा को लेकर मोदी सरकार का विरोध करते रहे! जबकि हमले को लेकर D.S.P देवेन्द्र को गिरफ्तार किया गया, जिसके एवज में चार्जसीट ऐसी तैयार करवाई गई कि आखिर में उसे भी छोड़ दिया गया! हमले को 2 साल होने आये मोदी आज तक इसकी जांच नहीं करवा पाई?

आज जब पाकिस्तान ने स्वीकार कर लिया, कि इस घटना को अंजाम हमने दिया था! तो अब मोदी सहित भाजपा के बडे नेता उसका नाम तक नहीं ले पा रहे हैं! ऊपर से राजनाथ सिंह कह रहे कांग्रेस इसका जवाब दे।

तो सुनो राजनाथ सिंह सरकार आपकी है! कांग्रेस विपक्ष में है आप सत्ता में थे तब हमला हुआ था आप सत्ता में थे, आज भी हैं हमले की जांच आपने आज तक क्यों नहीं करवाई??
आरोपी के पक्ष में आपके आधीन रहने वाली पुलिस से कमजोर चार्जसीट आपने तैयार करवाई!

आपके सत्ता में रहते आरोपी को बरी कर दिया गया! आप सत्ता पर हैं तभी पाकिस्तान का ये बयान आया है, फिर आप कैसे कह सकते हैं कि कांग्रेस इस पर चुप क्यों है.? पहले आप और आपकी मोदी सरकार जवाब दे,जनता आपसे जवाब मांग रही है और इसके बाद भी जवाब मांगती रहेगी कि शहीदों की लाशों पर चढ़कर जनता से वोट आपने मांगे थे..

संवाद; पिनाकी मोरे,


सत्यार्थ

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