सिर्फ बड़े बाबुओं को थी इसकी जानकारी राजधानी एक्सप्रेस में पकड़ी गई लालपरी

मुजफ्फरपुर
संवाददाता एवं ब्यूरो चीफ

राजधानी एक्सप्रेस में पकड़ी गई ‘लाल परी’! सिर्फ बड़े साहबों को थी जानकारी, इसके बाद तो.

मुजफ्फरपुर: बिहार में ट्रेनों से शराब तस्करी कोई नई बात नहीं है, मगर अब तो राजधानी एक्सप्रेस को कोरियर की तरह तस्कर इस्तेमाल कर रहे हैं। इंडियन रेलवे की स्पेशल टीम ने मुजफ्फरपुर में बड़ी कार्रवाई की। 20503 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में शराब की तस्करी करते हुए चार लोग पकड़े गए। ट्रेन के दो डिब्बों से 187 बोतल महंगी विदेशी शराब बरामद की गई। पकड़े गए सभी आरोपी पूर्वी चंपारण जिले (मोतिहारी) के रहने वाले हैं।

पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया है। अब पुलिस उनके पुराने क्राइम रिकॉर्ड खंगाल रही है। मुजफ्फरपुर रेल थाने के इंचार्ज रंजीत कुमार ने बताया कि पुलिस के बड़े अधिकारियों के आदेश पर राजधानी एक्सप्रेस के बी-3 और बी-7 डिब्बों में एक साथ छापेमारी की। इस दौरान दो युवक ट्रॉली बैग के साथ घूम रहे थे। पुलिस को उन पर शक हुआ। जब उनके बैग की जांच की गई तो उसमें शराब मिली।

राजधानी एक्सप्रेस को बना डाला ‘लाल पानी एक्सप्रेस’

बिहार में इंडियन रेलवे की स्पेशल टीम ने 20503 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस से शराब की तस्करी कर रहे चार धंधेबाजों को गिरफ्तार किया। गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस छापेमारी में ट्रेन के दो डिब्बों से 187 बोतल महंगे विदेशी शराब जब्त की गई। मुजफ्फरपुर रेल थानेदार रंजीत कुमार ने बताया कि वरीय पुलिस अधिकारियों के आदेश पर राजधानी एक्सप्रेस के बी-3 और बी-7 डिब्बों में एक साथ छापेमारी की गई। इस दौरान, ट्रॉली बैग के साथ घूम रहे दो युवकों को संदेह के आधार पर पकड़ा गया। ट्रेन के डिब्बे में ही जांच करने पर शराब बरामद हुई। गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी पूर्वी चंपारण जिले (मोतिहारी) के रहने वाले हैं। इनकी पहचान प्रिंस कुमार, रोहित कुमार पांडेय, आकाश कुमार और रौशन कुमार के रूप में हुई है।

रेल थाने में उत्पाद अधिनियम के तहत पूर्वी चंपारण के इन चारों शराब धंधेबाजों और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। केस के जांच अधिकारी (आईओ) बीरेंद्र कुमार ने प्रारंभिक जांच के बाद सभी चारों आरोपियों को मुजफ्फरपुर स्थित विशेष उत्पाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अब इनके क्राइम रिकॉर्ड का पता लगाने में जुट गई है।

संवाद: डी आलम शेख

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