श्रावण मास के आते ही जगह जगह मची कावड़ यात्रियों की धूम
तकीम अहमद संवाददाता
दमुआ जुन्नारदेव
श्रावण मास पर जगह जगह से निकली कावड़ यात्राएं
माता हिंगलाज मंदिर परिसर से जुन्नारदेव विशाला तक पैदल भक्तों ने कावड़ यात्रा लेकर किया भ्रमण
वार्ड क्रमांक 18 के शिवभक्त राजेश यदुवंशी प्रतिवर्ष कावड़ लेकर पहुंचते हैं जुन्नारदेव मंदिर
जुन्नारदेव – श्रावण के पावन मास हर कोई शिव भक्ति में डूबा नजर आ रहा है। अधिक मास के दौरान शिवालयों में लगातार शिव भक्तों की भीड़ बड़ी संख्या में रोजाना नजर आ रही है। गत सोमवार 31 जुलाई को भी शिवभक्त बड़ी संख्या में शिवालयों में पूजन अर्चन और दर्शन के लिए उमड़ पड़े। वहीं नगर की सुप्रसिद्ध देवस्थली पहिली पायरी जुन्नारदेव विशाला में भी अलसुबह से ही भक्तों का ताता लगा नजर आया जहां पर शिवभक्त पहली शायरी की अविनाश जलधारा में स्नान कर भगवान शिव का पूजन अर्चन और अभिषेक करते नजर आए।
वही शिव भक्तों द्वारा अपने भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए नगरी क्षेत्र सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों से कावड़ यात्रा भी निकाली गई जो नगरी क्षेत्र का भ्रमण करते हुए बैंड बाजे और डीजे की धुनों पर देवस्थली पहली पायरी जुन्नारदेव विशाला में यात्रा को विराम दिया गया।
माता हिंगलाज मंदिर प्रांगण से निकाली गई कावड़ यात्रा –
प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी माता हिंगलाज मंदिर अंबाला परिसर से कावड़ यात्रा शिव भक्तों द्वारा निकाली गई जो मंदिर परिसर से होते हुए अंबाड़ा, गुड़ी, नजरपुर, जमकुंडा, सुकरी, चर्च तिराहा, अंबेडकर चौक, श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौक, चिखलमऊ चौराहा से बैंड बाजे और डीजे की धुनों पर थिरकते हुए बम बम भोले के जयकारे लगाते हुए अपने पड़ाव जुन्नारदेव विशाला पहली पायरी की ओर बढ़ी।
जहां पर जगह-जगह शिव भक्तों का स्वागत ग्रामीण अंचल सहित नगर वासियों द्वारा जमकर किया गया। कावड़ यात्रा मैं अंबाड़ा चौकी तथा जुन्नारदेव थाने का पुलिस बल ने थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा के कुशल मार्गदर्शन में सहयोग प्रदान किया।
शिव भक्तों की दीवानगी अकेले ही कावड़ लेकर पहुंचता है पहली पायरी
नगरी क्षेत्र वार्ड क्रमांक 18 सुकरी बस्ती का एक शिव भक्त ऐसा भी है जो वर्षों से अकेले ही कांधे में कावड़ और सर पर भगवान शिव का शिवलिंग रखकर सुकरी बस्ती से जुन्नारदेव विशाला तक अकेले ही पैदल सफर तय कर भगवान शिव का अभिषेक कर वापस पहली पायरी की अविरल जलधारा का जल लेकर घर की ओर प्रस्थान करता है। शिव भक्तों की ऐसी दीवानगी देखकर हर कोई ऐसे शिव भक्तों के प्रति आदर और सम्मान व्यक्त करते नजर आया।