विश्व आदिवासी दिवस की रैली में भी दिखा जुन्नारदेव को जिला बनाए जाने की मुहिम का जबरदस्त असर आदिवासियों की सभी संगठनों ने दिया समर्थन
एमडी न्यूज चैनल टीम
तकीम अहमद जिला ब्यूरो दमुआ जुन्नारदेव
विश्व आदिवासी दिवस की रैली में भी दिखा जुन्नारदेव को जिला बनाओ मुहिम का असर
कन्हान बचाओ मंच ने आदिवासियों के बीच रखी मांग
आदिवासियों के सभी संगठनों से मिला समर्थन
,जुन्नारदेव-
बीते दिवस आदि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर विधानसभा क्षेत्र जुन्नारदेव के आदिवासी संगठनों के द्वारा बड़ी महारैली का आयोजन किया गया था। इस रैली में हजारों की संख्या में आदिवासी अपनी परंपरागत वेशभूषा में अपनी सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करते नजर आए।
आदिवासियों के इस पहनावे और नृत्य शैली पर लोग दांतो तले उंगली दबाते दिखे।
इसी अवसर पर जुन्नारदेव को जिला बनाने की मुहिम को छेड़ चुका कन्हान बचाओ मंच भी इस रैली का स्वागत करने डॉ बाबासाहेब आंबेडकर चौक पर जा पहुंचा। यहां पर कहां बचा मंच के समस्त पदाधिकारी अपने हाथों में जुन्नारदेव को जिला बनाओ की पट्टिका लेकर आदिवासियों से इस आशय का समर्थन मांगते दिखे। इस महत्वपूर्ण अवसर पर इस महारैली में शामिल आदिवासियों के विभिन्न संगठनों ने कहा बचाओ मंच के इस मुहिम का समर्थन करते हुए उन्हें अपना समर्थन दे डाला है।
इस मौके पर आदिवासियों ने इस मुहिम को अपने इस आदिवासी क्षेत्र के विकास से जोड़ दिया है। विश्व आदिवासी दिवस के इस अवसर पर आदिवासियों के द्वारा कन्हान बचाओ मंच की इस मुहिम के प्रति साधुवाद व्यक्त करते इस क्षेत्र के अधिसंख्य मूल निवासी आदिवासियों के हित में बताया है।
प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा जो लगभग 110 किलोमीटर के बड़े दायरे में फैली है। इस विधानसभा का प्रत्येक आदिवासी को अपने शासकीय, न्यायालयीन व प्रशासनिक कार्य हेतु जिला मुख्यालय छिंदवाड़ा पहुंचने में खासी असुविधा होती रही है। भविष्य के दृष्टिकोण से जुन्नारदेव का जिला बन जाने से आदिवासियों के लिए यह श्रम, समय और धन के लिहाज से अधिक सुविधाजनक होगा। इस मौके पर बड़ी संख्या में कन्हान बचाओ मंच के पदाधिकारी गण मौजूद रहे।
पहुंचविहीन क्षेत्रो की ग्रामीण आदिवासी जनता को होती है खासी असुविधा-
क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से प्रदेश के सबसे बडे जिले छिंदवाड़ा की सबसे बड़ी विधानसभा क्षेत्र जुन्नारदेव की अधिक संख्या आबादी आदिवासियों की है। ग्रामीण जनता को अपने शासकीय न्यायालय इन वह प्रशासनिक कार्य के लिए लगभग 150 किलोमीटर दूरी पर स्थित छिंदवाड़ा जिला मुख्यालय पर निर्भर रहना होता है। इनका यह सफर लगभग 2 दिन तक चलता है जिसमें उन्हें अपना स्वयं का श्रम, समय और धन का खासा नुकसान होता है। जुन्नारदेव के जिला बन जाने के बाद उनकी यह दुविधा खत्म हो जाएगी। इसीलिए इस आदिवासी वर्ग के प्रत्येक संगठन व वर्ग के द्वारा कन्हान बचाओ मंच की इस मुहिम का पुरजोर समर्थन किया जा रहा हैं।