ये तो कमाल हो गया, यहां एक माह पूर्व ही मनरेगा के तहत अभी अभी निर्माण किया गया तालाब पहली बारिश में ही हुआ धाराशाई , जाने कैसे क्या चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट?

जुन्नारदेव
से विशेष एमडी
संवाददाता
मनोज डोंगरे की एक खास सनसनीखेज रिपोर्ट

जुन्नारदेव डुंगरिया पंचायत मे 1 माह पुर्व मनरेगा के तहत बना तालाब चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट पहली बारिश में ही धराशाई

जुन्नारदेव जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत डुंगरिया मे भारी भ्रष्टाचार व्याप्त है। रोजगार सहायक ,शासन द्वारा लाखो रुपये से स्वीकृत मनरेगा के तहत अभी अभी महज 1 माह पुर्व तालाब का निर्माण किया गया था जो कि पहली बारिश में ही हो गया धाराशाई। लाखो रुपये की लागत से बनाया गया नवनिर्मित मौजूदा तालाब घाटियां मटेरियल के कारण पुरी तरह से बर्बाद हो चुका है।

इस बारे मे जिम्मेदार सरकारी अधिकारी भी अपना पल्ला झाड़ रहे है। और रोजगार सहायक द्वारा शासन को लाखों का चूना लगाया गया है। इस तालाब की उच्च स्तरीय जांच की जाए और कठोर कार्यवाही की जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। क्योंकि शासन द्वारा लाखो रुपये स्वीकृत कर ग्राम की सुविधा के लिए राशि स्वीकृत की गई थी लेकिन ग्राम पंचायत एजेंसी द्वारा घटिया निर्माण कर यहां कथित भ्रष्टाचार किया जाने का मामला उजागर होने को है।

जेसीबी द्वारा जल्दबाज़ी काम के चक्कर में मजदूरों का हक भी छीना जा रहा है। इस मामले को लेकर जिम्मेदार सरकारीअधिकारियों को भी सब कुछ खासे पता है पर कोई गौरो फिक्र नही न कि कोई कठोर कार्यवाही भी नहीं की गई। तालाब के घटिया निर्माण और तालाब 1 माह मे बह जाने पर कोई संतुष्टि पुर्वक जवाब नहीं दे रहे। क्योंकि मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा साबित हो रहा है। ऐसे में क्या राज्य प्रशासन इस मामले को संज्ञान मैं लेने को तैयार है?

गौर तलब है कि
इस कथित मामलें को लेकर हमारे एम डी टीम के रिपोर्टर द्वारा
जुन्नारदेव सीईओ से संपर्क किया गया परंतु उनके साथ कोई संपर्क नहीं हो पाया।

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