मरीज को नहीं बचा पाए , डॉक्टरों की लापरवाही
तकीम अहमद जिला ब्यूरो
छिंदवाड़ा
आनंद हॉस्पिटल डॉक्टरों की लापरवाही से युवक को नहीं बचा पाए परिजन
परिजनो ने आनंद अस्पताल प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक परिजन का गंभीर आरोप मरीज के मृत होने के बाद भी इलाज के नाम पर करते रहे पैसों की मांग
छिंदवाड़ा
आनंद हॉस्पिटल में चौरई तहसील के घमनिया ग्राम के राम सजीवन उइके को सांस में तकलीफ के चलते सामान्य हालात में रात में भर्ती कराया गया परिजन को किसी भी बीमारी के विषय में नहीं बताया गया सुबह परिजनों से कहा गया कि तत्काल नागपुर ले जाएं यहां पर रखोगे तो आपको 20:000 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से पैसे देने होंगे।
परिजन आश्चर्यचकित रह गए परिजन के अनुसार पहले ही उनके मरीज की जान जा चुकी थी। उसके बाद भी अस्पताल के लोग नागपुर ले जाओ यहां आपको ₹20.000 हजार रुपए हर दिन लगेगा जैसी बातें कहे, परिजन को बरगलाते रहे। परिजनों ने कहा कि उसे पहले कोई बीमारी नहीं थी। 27 वर्षीय मृतक के परिजन बार-बार सूचना नहीं देने की बात करते रहे। परिजनों द्वारा आनंद अस्पताल प्रबंधन पर लूटपाट,और इलाज नहीं करने एवं समय पर सूचना नहीं देने का आरोप लगाते हुए मृतक के मरने की वजह अस्पताल की लापरवाही बताया।
परिजनों ने बताया कि उसके पैर भी 12 घंटे में पीले पड़ गए हैं। वही स्थानीय महिला नेता (जिला अध्यक्ष)द्वारा भी अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए लूटपाट एवं लापरवाही नहीं चलेगी कि चेतावनी दी गई। अस्पताल के संचालक एवं मालिक से संपर्क किया गया। उन्होंने अस्पताल का पक्ष देने से मना कर दिया। कहां जो छापना है छाप दो हां। लिखो कि डॉक्टर की लापरवाही से मरीज मर गया लिख दो। अपना पक्ष में कल दूंगा निवेदन करने पर भी आनंद हॉस्पिटल संचालक ने अपनी गलती नहीं मानि।