बीते बीस साल से पुलिस को चकमा देते हुए फरार चल रहा था लेकिन पुलिस ने आखिर कार दबोच दिया उसे
जमुई
एमडी डिजिटल न्यूज चैनल और प्रिंट मीडिया
संवाददाता एवं ब्यूरो
जमुई में मुखिया हत्याकांड का आरोपी नक्सली गिरफ्तार:20 साल से चल रहा था फरार, पुलिस, एसएसबी ने छापेमारी कर की कार्रवाई
जमुई में खैरा पुलिस और गरही पुलिस ने एसएसबी के साथ संयुक्त छापेमारी कर एक नक्सली को गिरफ्तार कर लिए। गिरफ्तार नक्सली की पहचान रविंद्र हंसदा उर्फ नोखा हंसदा के रूप में हुई है। जो गरही थाना क्षेत्र के दीपाकरहर निवासी शुकर हांसदा का पुत्र बताया जाता है। गिरफ्तार नक्सली कई वर्षों से फरार चल रहा था। जिस पर खैरा थाने में मामला दर्ज है।
बताते चलें कि नक्सली रविंद्र हंसदा उर्फ नोखा हंसदा लगभग 20 वर्षों से पुलिस को चकमा दे रहा था।सुरक्षा बलों और पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि नक्सली रविंद्र हंसदा उर्फ नोका हंसदा दीपाकरहर गांव में छिपा हुआ है। सूचना मिलने के बाद 16वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के कमांडर विमल भट्ट, खैरा और गरही पुलिस टीम के साथ छापेमारी करते हुए उसे घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
इतने साल से चल रहा था फरार
बताया जा रहा कि गिरफ्तार आरोपी रविंद्र हंसदा हरखाड़ पंचायत के तत्कालीन मुखिया गोपाल शाह एवं उसके सहयोगियों की हत्या के मामले में नामजद था। यह घटना 9 अगस्त 2003 में घटी थी। वहीं 10 अगस्त 2003 को घटना की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर जा रहे डीएम गोपाल प्रसाद और एसपी बसमुद्दीन शाह के काफिले पर रोपेबल जंगल में हमला किया गया था।जिसमे नक्सली की गोली लगने से झाझा में पदस्थापित इंस्पेक्टर कपिलदेव प्रसाद की मौत हो गई थी।
इन सभी घटना में गिरफ्तार नक्सली रविंद्र हंसदा की संलीप्ता बताई जा रही है।
इस मामले को लेकर क्या कहते हैं पुलिस के बड़े अधिकारी
खैरा थाना अध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान ने बताया कि हमारी पुलिस टीम द्वारा सख्त कार्रवाई को अंजाम देते हुए छापेमारी कर नक्सली को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार नक्सली को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गय है। अब वह लंबे समय तक जेल की रोटी खाने और जेल की हवा खाने को पुलिस ने मजबूर कर दिया हैं।
संवाद; डी आलम शेख