बहुत ही बड़े दिलवाला है ये बन्द
विशेष
संवाददाता
राहुल गांधी तो कमाल का बंदा है यार !. सच में ! !
बहुत बड़ा दिल है इस बंदे का…हर बार ये आदमी दिल जीत लेता है।
कभी-कभी तो भरोसा ही नहीं होता कि आज के दौर में कोई नेता इतना भी सच्चा हो सकता है।
मैं ये बात आज फिर से इसलिए कह रहा हूं क्योंकि अभी-अभी हमने खबर पढ़ी कि राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के 22 अनाथ बच्चों को गोद लिया है। ये वो बच्चे हैं, जिनके मां-बाप औऱ परिवार वाले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की गोलीबारी में मारे जा चुके हैं। अब इस दुनिया में इन बच्चों का कोई नहीं था।
ये सच बात है कि अपनों को खोने की पीड़ा वही जान सकता है, जो खुद आतंक से पीड़ित हो।
राहुल गांधी ने बचपन में अपनी दादी गोलियों से छलनी देखा है, अपने पिता के क्षत-विक्षत लाश को देखा है।
ये कोई पहली बार नहीं है, इससे पहले भी राहुल गांधी न देश के तमाम पीड़ित और परेशान लोगों की गुपचुप मदद करते रहते है। वे कभी अन्य नेताओं की तरह इसका प्रचार नहीं करते।
इस आदमी ने दिल्ली गैंगरेप की पीड़िता के परिवार की सारी जिम्मेदारी खुद निभाई। निर्भया के भाई को पढ़ा-लिखाकर पायलट बना दिया, मगर कभी इस बारे में कोई बात नहीं की। वो तो निर्भया की मां ने जब खुद मीडिया को बताया जब जाकर देश को पता चला।
बिहार में माउन्टेन मैन दशरश मांझी का परिवार कई सालों से फूंस के छप्पर में रह रहा था। इस आदमी ने जब ये देखा तो इससे रहा नहीं गया। अब राहुल गांधी के प्रयास से दशरथ मांझी का शानदार पक्का घर बन रहा है।
राहुल गांधी को जहां भी कोई हैरान, परेशान आदमी दिखता है, वो अपने तरफ
से पूरी मदद करने की कोशिश करते हैं। मगर कभी अपने काम का ढोल नहीं पीटते। नेकी कर दरिया में डाल।
मैं फिर कह रहा हूं कि राहुल गांधी कमाल का इंसान है, जिसके भीतर इंसानियत जिंदा है, जिसके दिल में मोहब्बत है। इस आदमी का बस चले तो दुनिया का सारा दुख अपने सीने में समेट लें।
अकेले यही बंदा है जो किसानों की समस्या पर बात करता है, जो महिलाओं के हक की बात करता है, जो गरीबों के आंसू पोंछता है, जो युवाओं को न्याय दिलाने की बात करता है।. बाकी नेताओं के मुंह में तो जुबान ही नहीं है।
सलाम है ऐसे बंदे को यार. इसके हौसले और जज्बे को सलाम… ऐसा नेता सैकड़ों साल में एक बार पैदा होता है।
भाई…अब ऐसे आदमी को इस देश का प्रधानमंत्री बनना चाहिए। जो आदमी बिना सरकार में रहे इतना काम कर रहा है, जरा सोचो अगर वो प्रधानमंत्री बन गया तो देश कितना विकास करेगा?
संवाद;पिनाकी मोरे