फिर से कन्यादान योजना को पलीता लगाने की कोशिश

तकीम अहमद जिला ब्यूरो
जुन्नारदेव

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को फिर पलीता लगाने की तैयारी

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना 2022 के कथित भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई ना होने से बढ़ी शह

टेंडर प्रक्रिया की पारदर्शिता का उड़ाया मजाक

टेंडर में डले कम रेट के जगह महंगे में खरीद रही सामान

टेंडर डालने से व्यापारी को रोका

कन्यादान योजना का फर्जीवाड़ा हुआ उजागर

जुन्नारदेव
आगामी रविवार 27 अप्रैल 2025 को इस आदिवासी अंचल में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस विवाह सम्मेलन में नगर पालिका परिषद दमुआ एवं जुन्नारदेव सहित जनपद पंचायत, जुन्नारदेव के सीमा अंतर्गत लगभग 1020 युगल को परिणयबद्ध होना है। इस हेतु शासन व प्रशासन के द्वारा बीते एक माह से लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। वर्ष 2022 की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में इसी जनपद पंचायत में लाखों रुपए की भ्रष्टाचार की शिकायत होने के बाद प्रशासन के द्वारा रुपए 49000 की दहेज राशि वर वधु के बैंक खातों में सीधे प्रदान की जा रही है।

इसके अलावा प्रत्येक युगल के शेष ₹6000 की धनराशि से इस आयोजन में अन्य व्यवस्थाएं की जाएगी। लगभग 1020 युगल के यह राशि लगभग 60 लाख रुपए से अधिक की हो रही है। खरीदी में भ्रष्टाचार का बड़ा अवसर चूक जाने के बाद अब जनपद के अधिकारी इसमें भ्रष्टाचार की नई खोज करने में जुटे हैं। इसी को लेकर इन अधिकारियों की टेढ़ी नजर भ्रष्टाचार करने पर आती दिख रही है। टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता का दावा करने वाली जनपद पंचायत जुन्नारदेव के अधिकारियों की पोल खुलकर नजर आ गई कि जब यहां पर कम दरों में स्वीकृत सेवा और वस्तुओं की आपूर्ति को क्वालिटी और क्वांटिटी के नाम पर जबरन बदलते हुए अपने चहेतो को काम आवंटित कर दिया गया है। इसमें निश्चित रूप से शासन को नुकसान भी हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश की मोहन यादव सरकार की पारदर्शितापूर्ण नीति को करारी चोट भी पहुंच रही है।

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में भ्रष्टाचार किए जाने का खास अनुभव इस जनपद पंचायत जुन्नारदेव के अधिकारियों को पहले से ही है। वह इस कन्यादान योजना में सुनियोजित तरीके से भ्रष्टाचार को किस तरह से अंजाम दे रहे हैं इसकी बानगी इसे देखकर सहसा ही समझा जा सकता है।

व्यापारी को टेंडर डालने से रोका, कलेक्टर को हुई शिकायत

जनपद पंचायत जुन्नारदेव में टेंडर प्रक्रिया के तहत 21 अप्रैल की अंतिम तिथि तय की गई थी। इस हेतु पांढुर्ना के कैटरर पारस गुप्ता के द्वारा यहां पर इस प्रक्रिया में हिस्सेदारी लेने की इच्छा जताई गई, जिसको लेकर जनपद पंचायत के कर्मचारी और अधिकारी नाखुश नजर आए। जनपद पंचायत जुन्नारदेव के अधिकारियों के द्वारा पहले से ही अपने चहेते को कैटरिंग और टेंट का काम दिया जाना तय कर लिया गया था। यही कारण रहा की पांढुर्ना के कैटरिंग व्यवसायी पारस गुप्ता पर दबाव बनाते हुए जनपद पंचायत के कर्मचारी और अधिकारी के द्वारा उन्हें इस टेंडर प्रक्रिया का फार्म उपलब्ध न कराते हुए टेंडर डालने से ही रोक दिया गया, जिसकी शिकायत उन्होंने छिंदवाड़ा जिला कलेक्टर शैलेंद्र सिंह को भी कर दी है लेकिन अब तक जिला कलेक्टर के द्वारा भी कोई कार्रवाई ना करना होना दुखद है।

न्यूनतम दरों पर प्राप्त होने वाली सेवा एवं वस्तुओं को क्वालिटी और क्वांटिटी के नाम पर स्थगित कर महंगे दर पर खरीद रही सामान
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना 2025 के तहत जनपद पंचायत जुन्नारदेव के द्वारा टेंडर प्रक्रिया आहूत की गई थी। इसमें विभिन्न सेवाओ और वस्तुओं के लिए निवेदन आमंत्रित की गई थी। जिसमें टेंट, कपड़े, बर्तन, पूजन सामग्री की दरों को स्वीकृत कर लिए जाने के बाद अचानक ही क्रय समिति के द्वारा कथित तौर पर उनकी गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगाते हुए अपने चहेतों से ऊंची दर पर वही सामग्री खरीदी जा रही है। इससे सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचेगा तो वहीं पर दूसरी और मुख्यमंत्री मोहन यादव सरकार की पारदर्शिता नीति को करारी चोट भी पहुंच रही है। अधिकारियों की इस भ्रष्टाचारयुक्त कार्यप्रणाली से जनता में भाजपा सरकार के प्रति नकारात्मक संदेश जाएगा।

क्रय समिति के मार्फत हो रहा भ्रष्टाचार, वित्तीय अधिकार होंगे खुद के पास

जनपद पंचायत जुन्नारदेव के द्वारा आयोजित इस कन्यादान विवाह योजना में बड़ी चालाकी से भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। अपने चहेतों को टेंडर दिलाए जाने के लिए यहां पर कुछ जनप्रतिनिधिगणों और अपने अधीनस्थ विभाग के लोगों को मिलाकर क्रय समिति बना दी गई, जो क्वालिटी और क्वांटिटी के हिसाब से अपने चहेतों से माल लेना तय कर रही है। जनपद पंचायत जुन्नारदेव के अधिकारियों ने इन जनप्रतिनिधियों को सामने रखते हुए क्रय समिति में स्थान दिया लेकिन भुगतान के समस्त वित्तीय अधिकार खुद के पास रखे हैं, ताकि अंतिम मौके पर भ्रष्टाचार को तरीके से अंजाम दिया जा सके और इस भ्रष्टाचार की मलाई और चासनी को जमकर चाट लिया जा सके। गौरतलब है कि इस क्रय समिति में इन सेवाओं और वस्तुओं की गुणवत्ता की परख रखने के हिसाब से कोई विशेषज्ञता भी हासिल नहीं है।

: ऐसे होगा लाखों का भ्रष्टाचार/


जनपद पंचायत जुन्नारदेव के द्वारा आयोजित इस कन्यादान विवाह योजना के तहत भ्रष्टाचार करने के तरीके पहले ही तय कर लिए गए हैं। इसमें इस आयोजन में लगभग 25000 लोगों के शामिल होने की संभावनाएं बनाई गई है। जिसके तहत भोजन , नाश्ता, छाछ व लस्सी वितरण, टेंट का आकार और विस्तार को इस तरह से नियोजित किया जाएगा कि उसमें अधिकतम तरीके से भ्रष्टाचार की राशि अफसर के हिस्से में आ जाए। उदाहरण के लिए यहां पर भोजन नाश्ते के रूप में लोकल सामग्री से सिर्फ 5 से 6000 लोगों का ही भोजन बनाया जाएगा। जिसकी लागत बमुश्किल 1,80,000 रुपए ही होगी, लेकिन बिल निकालने के समय यहां पर लगभग 30000 थालियां का भुगतान ₹30 प्रति थाली के लिहाज से कुल नौ लाख रुपए का भुगतान निकल जाएगा। यहां पर ₹700000 की धनराशि का यह खुला भ्रष्टाचार सिर्फ एक ही सेवा या वस्तु में की जा रही है। ऐसा मामला लगभग हर वस्तु या सेवाओं में इन अधिकारियों के द्वारा किया जाएगा।

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