पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के खिलाफ लगाए गए कोल ब्लॉक घोटाले की क्या सच्चाई है? जिसका खुलासा जानने के लिए सिर्फ खबर पढ़े

एम डी डिजिटल न्यूज चैनल और प्रिंट मीडिया
विशेष संवाददाता

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने तत्कालीन CAG प्रमुख और RSS का प्यादा विनोद राय द्वारा साज़िशन लगाए गए कोल ब्लॉक घोटाले में ख़ुद अपने खिलाफ़ CBI जांच के आदेश दिए थे। हालाकि कोई घोटाला हुआ ही नहीं था। CBI अपने अन्वेषण में कोई घोटाला साबित नहीं कर पाया। क्योंकि कोल घोटाला हुआ ही नहीं था।

यह भाजपाईओ की साज़िश का परिणाम था जिसमें मनमोहन सरकार को सत्ता भी गंवानी पड़ी थी। लेकिन आज के प्रधानमंत्री मोदी बेतहाशा घोटाले में संलिप्त है। वह जांच की डर से भागते फिर रहे हैं। मोदी सरकार घोटाले की फेहरिस्त बहुत लंबी है; यहां उसका मुकम्मल झलक दे पाना मुश्किल है, फिर भी वह सत्ता पर विराजमान हैं।

ये सब घोटाले की लिस्ट

नोटबंदी घोटाला, बिरला डायरी, सहारा डायरी, यदुरप्पा डायरी, स्वच्छ भारत अभियान घोटाला, राफेल घोटाला, पनामा पैराडाइज पेपर्स में हवाले के ज़रिए करोड़ों के घोटाले, बैंक घोटाला, अडानी समूह के शेयर घोटाले, अडानी को दिए गए 20 हज़ार किसके हैं का घोटाला? हिंडेनबर्ग रिपोर्ट, जॉर्ज सोरोस रिपोर्ट जैसे तमाम घोटाले की जांच CBI जैसी एजेंसियों से मोदी को करानी चाहिए।

अगर प्रधानमंत्री मोदी ईमानदार हैं और उन्होंने कोई घोटाला, भ्रष्टाचार नहीं किया है तो वे डरे हुए क्यों हैं? छप्पन इंच की छाती का वह इंची टेप कहां है जिसका सरेआम बखान किया करते हैं? मोदी का भ्रष्टाचार के खिलाफ़ गारंटी का क्या मतलब है?
इसके अलावा यह भी गौर-ए-तलब है.फरमाएं!

संवाद; पिनाकी मोरे

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