पुलिस की सतर्कता की वजह से बच्चा चोर गैंग की कोशिश हुई नाकाम,लक्जरी कार में मिला चुराया गया बच्चा,जाने क्या है पूरा माजरा
बिहार
एमडी डिजिटल न्यूज चैनल और प्रिंट मीडिया
ब्यूरो चीफ
लग्जरी कार में मिला चुराया गया बच्चा; गैंग की तीन महिलाओं से बात कर पुलिस भी रह गई भौंचक
बिहार में बच्चा चोरी की घटनाएं आए दिन बार-बार सामने आ रही हैं, लेकिन यकीन करना मुश्किल है कि संगठित गिरोह में ठीकठाक नजर आने वाली महिलाएं कितनी एक्टिव हैं। चोरी गया बच्चा हाजीपुर में लग्जरी कार के अंदर बरामद हुआ तो चौंकाने वाली हकीकत दिखी।उन्हें देखकर पहली नजर क्या, बातचीत के बाद भी पुलिस बमुश्किल मान सकी कि बच्चा तस्करी करने वाली महिलाएं हैं।
बताते है कि जब गायब कराया गया बच्चा हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र से लग्जरी कार में बरामद हुआ तो पूछताछ में खुलते-खुलते यह सामने आया कि ऐसे गिरोह अब संगठित तौर पर काम कर रहे हैं। तीन महिलाएं, तीन पुरुष और लग्जरी कार। राजधानी पटना ही असल ठिकाना, वैसे टारगेट की तलाश हर तरफ। गैंग के वर्किंग पैटर्न का खुलासा वैशाली पुलिस ने इन सभी से पूछताछ के बाद किया।
कैसे हुआ खुलासा जाने
गौर तलब है कि बचपन बचाओ आंदोलन टीम को सूचना मिली थी कि एक बच्चे की डील पटना में होनी है। सूचना मिलते ही टीम ने पटना पुलिस से संपर्क किया और पटना पुलिस की टीम के साथ पूरे गैंग का पुलिस और टीम के लोग पीछा करने लगे। लेकिन पटना में डील न करके सभी लोग हाजीपुर के रास्ते से मुजफ्फरपुर की ओर निकल गए। इस दौरान टीम और पुलिस भी गैंग का पीछा करती रही लेकिन वह लोग मुजफ्फरपुर से मोतीपुर होते हुए फिर हाजीपुर की तरफ लौट गए। लगभग 36 घंटे तक चूहे बिल्ली का यह खेल चलता रहा।
हाजीपुर में हुई गिरफ्तारी
बतादे कि हाजीपुर के औद्योगिक थाना क्षेत्र के चौरसिया चौक के करीब एक होटल के आसपास लग्जरी कार से छह लोग उतरे। इसकी सूचना तुरंत पटना पुलिस ने वैशाली पुलिस को दी। सूचना मिलते ही वैशाली पुलिस एक्टिव हुई और मौके पर पहुंच आरोपी तीन महिला और पुरुष को धर दबोच लिया। पुलिस ने लग्जरी कार की पिछली सीट पर एक मासूम को भी बरामद किया है। बचपन बचाओ आंदोलन टीम द्वारा बच्चे को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस तरह की आरोपीयो की शिनाख्त
गिरफ्तार आरोपियों में जहानाबाद निवासी रेखा सिन्हा, नालंदा निवासी दीपक कुमार, मुजफ्फरपुर निवासी सविता देवी, वैशाली निवासी लवलेश कुमार, रेखा सिन्हा का पुत्र आशीष कुमार और पटना की मुन्नी देवी शामिल है।
आरोपी ने दी दलील
गिरफ्तार किए गये उन आरोपियों में से एक आरोपी दीपक कुमार का कहना है कि हमलोग तस्करी नहीं करते हैं। नवजात बच्ची की मां ने हमलोगों को अपनी मर्जी से दिया है। दीपक ने बताया कि यह सभी लोग मेडिकल लाइन से जुड़े हुए हैं। जिन्हें बच्चा नहीं होता है वैसे लोगों को हमलोग बच्चा उपलब्ध करवाते थे।
पुलिस को आशंका है- सभी तस्कर हैं
इस कांड को लेकर औद्योगिक थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि 6 बच्चा तस्कर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह सभी बच्चा को कम कीमत पर खरीद पर अधिक दाम में बेचते थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि पूरा गैंग पटना से संचालित होता है। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस गैंग के सदस्य बिहार के विभिन्न जिलों में सक्रिय हैं।उन्होंने बताया कि बिहार से बाहर भी यह गिरोह काफी सक्रिय है। इस गैंग का कनेक्शन अस्पतालों से होता है जहां से नवजात बच्चों की चोरी कर यह लोग बाजार में बेचने का कार्य करते हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस इस सरगना के अन्य लोगों की तलाश कर रही है।
साभार; डी आलम