देश भर में सिर्फ मोदी जी की मां है बाकी लोगों की मां नहीं, क्या किसी की मां जर्सी गाय है?

विशेष
संवाददाता

क्या मोदी की माँ माँ है और किसी और की माँ जर्सी गाय?

नरेंद्र मोदी ने 2 सितंबर 2025 को कहा था: “माँ हमारी दुनिया है। माँ हमारा स्वाभिमान है। बिहार में राजद और कांग्रेस के मंच से मेरी माँ को गालियाँ दी गईं। ये शब्द सिर्फ़ मेरी माँ का अपमान नहीं हैं। ये देश की माँ, बहन और बेटी का अपमान हैं। मैं जानता हूँ कि बिहार की हर माँ, बेटी और भाई को यह देखकर कितना बुरा लगा होगा?

पूरी तरह सहमत हूँ। किसी भी झगड़े/बातचीत में माँ/बहन को गाली देना निंदनीय है। कोई व्यक्ति गुस्से में/अवमानना ​​दिखाने के लिए गाली देता है। गाली न बोलना/लिखना सभ्यता है। माँ चाहे प्रधानमंत्री मोदी की हो या किसी गरीब की, उसका अपमान करना देश की माँ, बहन और बेटी का अपमान है।

लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर हम क्या देखते हैं? भाजपा आईटी सेल गांधीजी/नेहरू को मुसलमान के रूप में चित्रित करता है; तो क्या इसे उनकी माँ के लिए अभद्र टिप्पणी माना जाए या नहीं? लाखों फेंक न्यूज़ फैलाने वाले व्हाट्सएप ग्रुप, लाखों फेसबुक पेज, लाखों ट्विटर हैंडल, मोदी सरकार का समर्थन करते हुए, दिन-रात गालियाँ लिखते और बोलते रहते हैं।

ट्रोल्स लगातार सोशल मीडिया पर माताओं-बहनों के बारे में अभद्र टिप्पणियाँ लिख रहे हैं। ट्रोल्स के खिलाफ शिकायत करने वालों पर एफआईआर क्यों नहीं दर्ज होती? अभद्र टिप्पणियाँ लिखने वालों को बढ़ावा क्यों दिया जाता है? क्या भाजपा आईटी सेल ने गाली-गलौज/बदनाम करने की फैक्ट्री नहीं खोल रखी है? ट्रोल्स की तरह, मोदी-भक्त लेखक भी सोशल मीडिया पर माताओं-बहनों के बारे में बेधड़क अभद्र टिप्पणियाँ लिखते हैं और इस पर गर्व करते हैं!

जो कोई भी प्रधानमंत्री की माँ को गाली देता है, उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाता है, लेकिन जो कोई गरीब/वंचित/मध्यम वर्ग की माँ को गाली देता है, उसके खिलाफ कोई एफआईआर तक दर्ज नहीं होती। क्या वह देश की माँ नहीं है?

अरे, क्या मोदी खुद माताओं, बहनों, बेटियों का अपमान नहीं करते? क्या मानसी सोनी की जासूसी करना शिष्टाचार माना जाता है? अगर मोदी लाखों लोगों के सामने सार्वजनिक मंच से ‘जर्सी गाय/कांग्रेस की विधवा/बारबाला/50 करोड़ की गर्लफ्रेंड/सूर्पणखा/दीदी ओ दीदी’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते, तो क्या उसे किसी माँ/बहन का अपमान नहीं माना जाता? उस समय देश की माताओं-बहनों का अपमान नहीं होता था?

गाँधीजी/सरदार पटेल/नेहरू/इंदिराजी/मोरारजी देसाई/राजीव गाँधी/नरसिम्हा राव/अटल बिहारी वाजपेयी/मनमोहन सिंह ने कभी किसी सार्वजनिक मंच से या संसद में माताओं-बहनों का अपमान किया? उन्हें कभी गालियाँ दीं? मोदी ने भले ही राहुल गाँधी की माँ का अपमान किया हो, लेकिन राहुल गाँधी ने कभी मोदी की माँ के बारे में कठोर शब्द नहीं बोले। मोदी द्वारा नोटबंदी के दौरान अपनी माँ को बैंक के सामने लाइन में खड़ा करना राजनीति मानी जाती है या नहीं?

मणिपुर की जिन महिलाओं को नंगा घुमाया गया/सामूहिक बलात्कार किया गया, वे किसी न किसी की माँ या बहन रही होंगी, है ना? जब एक महिला पहलवान का यौन शोषण हुआ, तो मोदी ने चुप्पी साधे रखी और यौन शोषण करने वाले को बचाया! वो महिला पहलवान किसी की बहन रही होगी ना? बलात्कारी/हत्यारे जेल से छूट गए; वो पीड़िता किसी की बेटी/बहन रही होगी ना? संसद में भाजपा वाले विपक्ष के सदस्यों को गालियाँ देते हैं,

क्या उन्होंने कभी उन्हें रोका? युद्ध में पराजित पक्ष की महिलाओं का बलात्कार करने की सलाह देने वाले सावरकर को क्या आप आदर्श मानते हैं, क्या ये माताओं, बहनों और बेटियों का अपमान नहीं है?

जशोदाबेन से शादी करने के बावजूद, क्या ये किसी की बेटी का अपमान माना जाता है या नहीं? क्या विक्टिम कार्ड हमेशा इस्तेमाल होना चाहिए? महंगाई/बेरोज़गारी कम करो, करोड़ों बहन-बेटियों की इज़्ज़त बचेगी या नहीं? मोदी ! क्या आपकी माँ माँ है और किसी की माँ जर्सी गाय?
संवाद;पिनाकी मोरे

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